किन्नर समाज को कलंकित करने वालों को नहीं बख्शेंगे

Kinnar samaj
पत्रकार वार्ता के दौरान किन्नर अखाडा आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी।
Kinnar samaj को कलंकित करने वालों को नहीं बख्शेंगे

देहरादून । किन्नर अखाडा आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा है कि किन्नर समाज को कलंकित करने वालों को किसी भी दशा में बक्शा नहीं जायेगा। अपनी महत्वाकांक्षाओं को अंजाम देने के लिए कुछ ट्रांसजेंडर इस प्रकार का काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें ट्रांसजेंडर के बार में कुछ भी पता नहीं है। उनका कहना है कि बधाइयां लेने का कार्य Kinnar samaj का है और इसके अलावा किसी अन्य को यह अधिकार नहीं है।

उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि आज कुछ लोग किन्नर समाज की परम्पराओं को तोड़ने का प्रयास कर कलंकित करने का काम कर रहे है जिसे किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उनका कहना है कि बीते दिनों जो घटनाक्रम घटा है उससे किन्नर समाज बेहद चिंतित है और इस घटनाक्रम में ट्रांसजेंडर किन्नरों के साथ मारपीट कर रहा है।

जब गददीनसीन मैडम रजनी रावत ने दूसरे पक्ष को समझाने का प्रयास तो वहां पर ट्रांसजैण्डरों ने इन्दिरानगर पुलिस चैकी में हंगामा शुरू कर दिया और यही वह लोग है जो समाज को कलंकित करने का काम कर रहे है मैडम रजनी रावत को लगातार बदनाम किये जाने की साजिश रची जा रही है और उनकी गददी का पांच सौ साल पुराना इतिहास है और वह गददी की 11वीं पीढी है। कुछ लोग गददी का भी अपमान करने में तुले हुए है।

कृत्यों को किन्नर अखाडा बर्दाश्त नहीं करेगा

उनका कहना है कि इस प्रकार के कृत्यों को किन्नर अखाडा बर्दाश्त नहीं करेगा और यह जो लोग है वह ट्रांसजेंडर होने का भी दुरूपयोग कर रहे है। उनका कहना है कि अजय पाल जो पहले मैडम रजनी रावत के यहां काम करता था और उसे बडे ही लाड प्यार से रखा गया लेकिन आज अचानक उसे क्या हो गया यह समझ में नहीं आता है लगातार मिथ्या आरोप प्रत्यारोपों से ट्रांसजेंडर किन्नरों के अस्तित्व को खत्म करने की पूर्ण रूप से कोशिश कर रहे है लेकिन ऐसा कदापि नहीं होने दिया जायेगा।





उनका कहना है कि यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है, जो भी फैसला आयेगा वह सभी को मान्य होगा, लेकिन इस दौरान बधाईयां लेने जाकर वहां पर मारपीट करना कहां की नैतिकता है। उनका कहना है कि यह ट्रांसजैण्डर परम्पराओं को उल्लंघन कर रहे है, जिसे किसी भी दशा में सहन नहीं किया जायेगा। इस अवसर पर वार्ता में पुष्पा, भवानी, रूद्राणी क्षेत्री, हेमा बोरा, रविना आदि मौजूद थे।

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