कप्तान का ऑपरेशन सट्टेबाज लाया रंग

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देहरादून। operation bookies जनपद के पुलिस कप्तान को लम्बे समय से राजधानी में क्रिकेट सट्टेबाजों के बारे में गुप्त सूचनायें मिल रही थी कि वह ऑनलाईन सट्टा बडे शातिराना अंदाज में करा रहे हैं जिसके बाद पुलिस कप्तान ने तेज तर्रार एसओजी प्रभारी को ऑपरेशन सट्टेबाज के मिशन में लगाया तो उन्होंने सट्टेबाजों का नेटवर्क भेदने के लिए देर रात एक बड़ा ऑपरेशन चलाते हुए राजपुर इलाके में एक फ्लैट से ऑनलाईन सट्टा कर रहे आठ कुख्यात सट्टेबाजों को उस समय रंगे हाथों दबोच लिया जब वह ऑनलाईन सट्टा खिला रहे थे।

एसओजी के इस ऑपरेशन में आठ सट्टेबाजों के कब्जे से बडी संख्या में मोबाइल फोन, लेपटॉप, एलसीडी, पासबुक, चैकबुक बरामद की हैं। यह सट्टेबाज पिछले एक माह से फ्लैट में रहकर बडी खामोशी के साथ सट्टे के धंधे को अंजाम दे रहे थे लेकिन पुलिस कप्तान के ऑपरेशन सट्टेबाज को एसओजी प्रभारी ने जिस तरह से सफल किया है उससे सट्टेबाजों के सिंडिकेट में हडकम्प मचना तय माना जा रहा है।

पुलिस कप्तान का कहना है कि राजधानी में क्रिकेट और मटका सट्टा करने वाले एक-एक सट्टेबाज को सलाखों के पीछे पहुंचाना उनका पहला मिशन है और सट्टेबाज चाहे किसी भी राज्य में बैठकर सट्टा कर रहे हों उनके देहरादून में मौजूद हर नेटवर्क को नेस्तनाबूत कर देंगे।

पुलिस कप्तान दलीप कुंवर को लम्बे समय से गोपनीय सूचना मिल रही थी कि राजधानी के कई इलाकों में क्रिकेट सट्टेबाजों का सिंडिकेट करोडो रूपये का सट्टा हर माह कर रहा है और इस सट्टेबाजों के सिंडिकेट के साथ पुलिस के चंद दरोगा और कुछ पुलिसकर्मी भी सट्टेबाजों के साथ गठबंधन किये हुये हैं और वह पुलिस के हर मिशन की सूचना को सट्टेबाजों के सामने लीक कर उन्हें बचाने का खेल लम्बे समय से खेलते आ रहे हैं।

राजधानी के अन्दर सबसे बडे सट्टेबाजों के रूप में चाचा और भतीजों का सिंडिकेट नम्बर एक पायदान पर अपने इस काले कारोबार को अंजाम दे रहा है। इतना ही नहीं चाचा भतीजों का यह सिंडिकेट क्रिकेट सट्टे के अलावा मटका सट्टा और जुए के अड्डे चलाने का बादशाह बना हुआ है और यह सिंडिकेट इतना शातिर है कि वह जब अपने ठिकानों पर जुआ खिलाता है तो उसके आसपास की गली में चाचा भतीजों के गुर्गे पुलिस पर पैनी निगाह रखते हैं और इनमें सबसे ज्यादा चालाक एक गुल्ली डंडा बताया जाता है जिसके साथ कुछ चेहरे ऐसे मौजूद रहते हैं|

जिन्हें देखकर कोई उन पर शक नहीं कर सकता कि वह चाचा भतीजों के अड्डों पर चल रहे जुए को सुरक्षित रखने के लिए गली के आसपास पुलिस पर नजरें लगायें हुए हों। पुलिस कप्तान को इस बात का इल्म है कि राजधानी में सट्टेबाजों का सिंडिकेट किस तरह से युवा पीढी और आम आदमी को सट्टे के चस्के का नशा पिला रहा है और इस चस्के में डूबने वाले व्यक्तियों से वह उसकी सारी दौलत अपने पास खिचने के मिशन में लगा हुआ है।

पुलिस कप्तान दलीप कुंवर ने एसओजी प्रभारी मुकेश त्यागी जो कि एक तेज तर्रार कोतवाल माने जाते हैं उन्हें सट्टेबाजों पर बडा प्रहार करने का टास्क दिया हुआ है और इसी टास्क को धरातल पर उतारने के लिए एसओजी प्रभारी ने अपनी टीम के साथ जब सट्टेबाजों का नेटवर्क भेदने का खाका तैयार किया|

टीम को बीती रात एक गुप्त सूचना मिली जिसके बाद एसओजी प्रभारी ने अपनी टीम और एसपी क्राईम के साथ राजपुर थाना प्रभारी और उनकी टीम को लेकर मालसी डियर पार्क के समीप एक फ्लैट में ऑनलाईन चल रहे सट्टे पर बडा धावा बोलते हुए वहां से आठ कुख्यात क्रिकेट सट्टेबाजों को दबोचा जहां से पुलिस टीम को 21 मोबाइल, 5 लैपटॉप, 2 एलसीडी, 17 चैकबुक और काफी संख्या में पासबुक बरामद हुई।

पुलिस कप्तान दलीप कुंवर ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए बताया कि देर रात एसओजी और एसपी क्राईम ने राजपुर पुलिस के साथ मिलकर मालसी के एक फ्लैट से आठ सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया है। इनमें पांच सट्टेबाज मुजफ्फरनगर के हसोली गांव के रहने वाले हैं जबकि एक सट्टेबाज चमोली दो सट्टेबाज छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं।

उन्होंने बताया कि इस गैंग ने एक माह में ऑनलाईन क्रिकेट सट्टे का लगभग चार करोड रूपये का लेनदेन किया है और लगभग पन्द्रह लाख रूपये का वह आये दिन ऑनलाईन सट्टा खिलाते थे। पुलिस कप्तान ने बताया कि यह गैंग बहुत शातिर है और जो लोग टैलीग्राम और गूगल यूज करते हैं|

ऑनलाइन गेम जब चैक करते हैं तो उसमें जैसे ही क्रिकेट मैच का गेम उन्हें मिलता है तो वह सटोरियों से इस गेम का टाईअप कर लेते हैं और उस साइड का वह सटोरियों को आईडी और पासवर्ड उपलब्ध करा देते हैं जिसके बाद वह ऑनलाईन सट्टा खिलाने का खेल शुरू कर देते हैं|

यह खेल इतने शातिराना अंदाज से खेला जाता है कि पुलिस भी सट्टेबाजों को पकड न पाये। पुलिस कप्तान ने बताया कि पिछले एक माह से यह गैंग क्रिकेट का सट्टा करा रहा है अब इनके मोबाइल नम्बरों से और क्रिकेट सट्टेबाजों को पकडने का ऑपरेशन चलाया जायेगा।

पुलिस कप्तान ने कहा कि राजधानी में सट्टेबाज चाहे कितने शातिर क्यों न हो उन्हें जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाना उनका पहला टास्क है और ऐसे सट्टेबाजों के सिंडिकेट को राजधानी पुलिस ने अपने निशाने पर ले रखा है और किसी भी सट्टेबाज को बक्शा नहीं जायेगा जो समाज के अन्दर इस सट्टेबाजी से लोगों के घर बर्बाद कर रहे हैं।

पुलिस कप्तान ने बताया कि पकडे गये सट्टेबाज उसमान ने खुलासा किया कि यह समूचा ऑनलाईन सट्टे का नेटवर्क दिल्ली से रोहित नाम के व्यक्ति द्वारा संचालित किया जाता है और यहां का पूरा काम वही देख रहा था। कप्तान ने बताया कि पकडा गया उसमान हरशोली मुजफ्फरनगर का रहने वाला है जबकि सोहेल खान छत्तीसगढ में रहता है।

शाकिब अली, तनशीर चौधरी, मौहम्मद दानिश, शाहिद भी मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं जबकि मौहम्मद इफ्तिखार गाजियाबाद का रहने वाला है जबकि लक्ष्मण ग्राम बुरसोल चमोली का रहने वाला है इस मामले में रोहित की पुलिस को तलाश है। कप्तान ने बताया कि यह ऑपरेशन एसपी क्राईम सरवेश पंवार, एसपी सिटी सरिता डोभाल व सीओ एसओजी व डालनवाला जूही मनराल के नेतृत्व में हुआ है।

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