न्यूयॉर्क। दुनिया भर में कई लोग ऐसे होते हैं जिनके कान और सिर के बीच एक छोटा सा सूराख मौजूद है। अक्सर लोग ऐसे लोगों को देखकर यह समझते हैं कि शायद उन्होंने यह छेद करवा रखा है, लेकिन ऐसा हरगज नहीं है क्योंकि यह छेद जन्म से होता है।
जरा इसे भी पढ़ें : अगर सच्चा प्यार खोजने हो तो सबसे पहले यह काम करें
यह छेद अक्सर बाहरी कान पर पाया जाता है, जहां कान के ऊपरी भाग और सिर के बाल मलते हैं। पहली बार यह छेद 1864 में देखा गया, जो कि इससे पहले भी यह निशान पाया जाता था लेकिन इस पर विचार नहीं किया गया। विकासवादी विशेषज्ञों का कहना है कि यह निशान विकासवादी प्रक्रिया का परिणाम हो सकता है। उनका कहना है कि यह मछली के गलफड़ों के अवशेष हो सकते हैं। यह निशान होना कोई अनोखी बात नहीं लेकिन अगर इसमें कोई संक्रमण हो तो इसका इलाज करवाना बहुत जरूरी है।
जरा इसे भी पढ़ें : नाखून चबाना व्यक्ति के बारे में क्या दर्शाता है?
यूरोप और अमेरिका में 0.1 से 0.9 प्रतिशत लोग इस मार्क के साथ पैदा होते है। अफ्रीका में यह दर 10 और ताइवान में 2.5 प्रतिशत है। यह छेद दोनों कानों या फिर एक ही कान में पाया जाता है और दाहिने कान में यह छेद अधिक देखा गया है।
जरा इसे भी पढ़ें : इस बिजनेसमैन ने अपनी बेटी की शादी में लुटा दिये 1 अरब