मुसलमानों तुम्हें इंसानियत की भलाई के लिये भेजा गया है : मौलाना कलीम

Seerat-un-Nabi Jalsa held

Seerat-un-Nabi Jalsa held

पैगंबर मौहम्मद साहब दुनिया के सबसे बड़े रोलमाॅडल
सकारात्मक सोच के साथ इस्लाम के पैगाम को आम करने की जरूरत
सीरत-उन-नबी का जलसा आयोजित

देहरादून। Seerat-un-Nabi Jalsa held पैगंबर मौहम्मद साहब (स.अ.व.) को पूरी इंसानियत के लिये रहमतुल लिलआलमीन (रहम करने वाला) बना कर भेजा गया है। आपको रहनुमा बना कर भेजा गया है, मौहम्मद साहब दुनिया के सबसे बड़े रोलमाॅडल है। सकारात्मक सोच के साथ इस्लाम के पैगाम को आम करने की जरूरत है।

यह बात मौलाना कलीम सिद्दीकी ने सीरत-उन-नबी कमेटी की और से टर्नर रोड पर आयोजित जलसे से खिताब करते हुए कही। उन्होने कहा कि इस्लाम मानवता व इंसानियत का संदेश देने वाला मजहब है। हमे सकारात्मक सोच के साथ काम करने की अवशयकता हैं।

इस्लाम ने भलाई करने, जरूरतमंदों की मदद करने, मजलूमों-मजबूरों की रहनुमाई करने का जो संदेश दिया है, उसे आत्मसात करने की जरूरत है। जलसे का आगाज मुफ्ति सलीम अहमद कासमी की तिलावत से हुआ। तस्मिया के अध्यक्ष डाॅ.एस फारूक ने मौलाना कलीम सिद्दीकी के स्वागत किया। सैयद फर्रूख ने नात पेश की।

मौलाना रिसालुद्दीन हक्कानी ने पैगंबर मौहम्मद साहब की और से दिये गये आखरी खुतबे को सुनाया। मुफ्ति जियाउल हक ने संचालन किया। इस मौके पर शहर काजी मौलाना मौहम्मद अहमद कासमी, काजी दारूल कजा मुफ्ति सलीम अहमद कासमी, मौलाना रिसालुद्दीन हक्कानी, मुफ्ति वसी उल्लाह, मुफ्ति जियाउल हक, मौलाना अकबर, कारी एहसान, कारी इरशाद अहमद व जहांगीर आलम आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।

‘तजकिरा हाफिज मौहम्मद अनस’ पुस्तक का विमोचन

देहरादून। मौलाना रिसालुद्दीन हक्कानी की और से लिखी गई ‘तजकिरा हाफिज मौहम्मद अनस’ पुस्तक का विमोचन किया गया। सीरत-उन-नबी कमेटी की और से टर्नर रोड स्थित तस्मिया में आयोजित जलसे में मौलाना कलीम सिद्दीकी, शहर काजी मौलाना मौहम्मद अहमद कासमी, तस्मिया के अध्यक्ष डाॅ. एस फारूक, काजी दारूल कजा मुफ्ति सलीम अहमद कासमी, मुफ्ति वसी उल्लाह, मुफ्ति जियाउल हक ने किताब का विमोचन किया।

मौलाना रिसालुद्दीन हक्कानी ने अपने पुत्र हाफिज मौहम्मद अनस हक्कानी की जिंदगी पर किताब लिखी है। हाफिज मौहम्मद अनस हक्कानी का विगत वर्ष 29 जून को इंतकाल हो गया था।

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