विधानसभा में नियुक्ति मामला : भाजपा नेताओं के नाते रिश्तेदारों को नही हटाया गया : आशा

Relatives were not removed as BJP leaders
प्रदेश महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा।

Relatives were not removed as BJP leaders

विधानसभा में फिर से बिहार, यूपी व दिल्ली के लोगों को नियुक्ति पर उठाए सवाल

देहरादून। Relatives were not removed as BJP leaders प्रदेश महिला कांग्रेस की वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने विधानसभा में फिर से बिहार उत्तरप्रदेश व दिल्ली के लोगों को नियुक्ति देने पर सवाल उठाते हुए उनके द्वारा बनाई गई जॉच समिति को घेरा है।

आज कांग्रेस मुख्यालय में एक प्रेस वार्ता में बोलते हुए उन्होने कहा कि लगता है विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्ड़ूरी द्वारा बनाई गई अधिकारियों की जॉच समिति ने पुदीने की हरी चटनी व समोसे खाकर 2001 के बाद विधानसभा में की गई समस्त नियुक्तियों पर अपनी कृपा बरसाई है। इसलिए उन भाजपा नेताओं के नाते रिश्तेदारों को नही हटाया गया है।

उन्होंने कहा कि स्पीकर ऋतु खण्ड़ूरी ने भी बिहार उत्तरप्रदेश व दिल्ली के लोगों विधानसभा में नियुक्ति देकर उत्तराखण्ड़ के लाखों युवाओं के साथ धोखा किया है क्या उन्हें उत्तराखण्ड़ का कोई युवा इस योग्य नहीं मिला क्या कोई परीक्षा कराई गई क्या कहॉ विज्ञापन निकला किसने फार्म भरे कहॉ पेपर हुए।

विधानसभा अध्यक्ष का भी दोहरा मापदण्ड़ सामने आया है लगता है उनका बिहार के प्रति लगाव जागा है मैं अपने बिहार के युवाओं को बधाई देती हूॅ इसलिए अधिकारीयों की जॉच समिति बनाकर पूरे मुददे को भटकाया गया है क्योंकि यहकैसे सम्भव है कि जो अधिकारी सरकार के अधीन काम करते रहे हो वे विधानसभा के अध्यक्ष की जॉच कर पायेंगे अधिकारियों का निजी हितों का टकराव के तहत उनकी जॉच बेमानी है।

महिला ड़ाक्टर का न होना भी संदेह खड़ा करता है

कांग्रेस नेत्री ने वही अंकिता हत्या कांड पर भी सरकार को घेरते हुए आरोप लगाया कि पुलकित आर्या को बचाने में लगा हुआ है इसलिए सबूतों को नष्ट किया गया है। व पोस्ट मार्टम में भी महिला ड़ाक्टर का न होना भी संदेह खड़ा करता है।

उन्होंने आर एस एस के प्रचारक विपिन कर्णवाल द्वारा अंकिता व अंकिता के पिता व परिवार की गई टिप्पणियों पर भी पोक्सों एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए कहा कि उसने ऐ महिला की गरिमा को ठेस पहुॅचाते हुए एक आप्रधिक कृत्य किया है उसकी गिरफ्तारी की जानी चाहिए व इस पर आरएसएस व भाजपा नेताओं की चुप्पी पर भी आश्चर्य प्रकट करते हुए कहा कि जहॉ पुलकित आर्य के परिवार में संस्कार विहीन है वहीं आरएसएस जैसी संस्था में उसका होना भी भाजपा के चाल चरित्र को दर्शता है।

उन्होने कहा कि अंकिता हत्याकांड की जाँच माननीय हाईकोर्ट के एक बेंच की निगरानी में होनी चाहिए और उनके द्वारा निर्धारित मापदंडों के आधार पर होनी चाहिए। सीबीआई पर मुझे भरोसा नहीं है। क्योंकि अभी तक सीबीआई केवल उन्हीं को दंडित कर रही है जो भा जा पा सरकार के राजनैतिक विरोधी हैं।

कांग्रेस नेता ने विधान सभा अध्यक्ष द्वारा नियुक्त किए गये लोगों की सूची भी प्रेस को जारी की जिसमें ने सहायक सूचना अधिकारी उत्कर्ष रमन पुत्र विजेन्द्र प्रताप पाण्ड़ेय निवासी पटना बिहार, सलाहकार ललित ड़ागर निवासी 28 कैलाश नगर, नई दिल्ली, विशेष कार्याधिकारी अशोक शाह पुत्र स्व ड़ी एल शाह निवासी मकान नंबर सी 5 बी, 11बी, सी5बी, जनकपुरी पश्चिमी दिल्ली व सहायक जन सम्पर्क अधिकारी आभास सिंह पुत्र भूपेन्द्र सिंह निवासी फ्लैट न0 1103, ब्लॉक ए, 6 एवेन्यू, गौर सिटी 1, नोएड़ा एक्सटेशन, उत्तरप्रदेश है।  

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