सूचना क्रांति के पुरोधा थे राजीव गांधी : करन माहरा

Rajiv Gandhi was the pioneer of information revolution
राजीव गांधी के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कांग्रेस नेता।

Rajiv Gandhi was the pioneer of information revolution

देहरादून। Rajiv Gandhi was the pioneer of information revolution कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा 21वीं सदी के भारत के निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कांग्रेस मुख्यालय में श्रद्धांजलि दी गयी तत्पश्चात राजीव गांधी कॉम्प्लेक्स पर राजीव गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए गए, और उनके योगदान को याद किया गया।

प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि 40 वर्ष की उम्र में प्रधानमंत्री बनने वाले स्व राजीव गांधी ने आधुनिक भारत की नींव रखने की दिशा में काम किया. राष्ट्र निर्माण में वैसे तो स्व राजीव जी के अनेकानेक योगदान हैं परंतु उनके कुछ कार्य ऐसे हैं जिन्होंने देश जी दिशा और दशा हमेशा के लिए बदल दी।

उन योगदानों को आज याद करने का अवसर है। माहरा ने कहा कि यह राजीव गांधी ही थे, जिन्होंने भारत में दूरसंचार क्रांति लाई। आज जिस डिजिटल इंडिया की चर्चा है, उसकी संकल्पना राजीव गांधी जी अपने समय में कर चुके थे।

उन्हें डिजिटल इंडिया और भारत में सूचना तकनीक, व दूरसंचार क्रांति का जनक कहा जाता है। उन्होंने विज्ञान और टेक्नोलॉजी के लिए बजट को बढ़ाया, और कंप्यूटर की कीमतें घटाने के लिए विशेष नीतिगत प्रयास किये।

कार्यक्रम में उपस्थित महानगर अध्यक्ष देहरादून डाॅ0 जसविंदर सिंह गोगी ने कहा कि राजीव गांधी जी की पहल पर अगस्त 1984 में  भारतीय दूरसंचार नेटवर्क की स्थापना के लिए सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स की स्थापना हुई।

दूरसंचार क्षेत्र में असाधारण प्रगति हुई : Karan Mahara

इस पहल से शहर से लेकर गांवों तक दूरसंचार का जाल बिछाना शुरू हुआ और जगह-जगह भारी संख्या में पीसीओ खुले। वर्ष 1986 में राजीव जी की पहल से एमटीएनएल की स्थापना भी हुई, जिससे दूरसंचार क्षेत्र में असाधारण प्रगति हुई।

एक युवा प्रधानमंत्री होने के कारण यह राजीव गांधी ही थे, जिन्होंने वोटिंग की उम्र 21 साल से घटाकर 18 वर्ष की थी। इस निर्णय से उस समय करीब 5 करोड़ युवाओं को वोट देने का अधिकार मिला था। गांवों को सशक्त करने के लिए राजीव गांधी जी ने पंचायती राज का बड़ा फैसला लिया।

ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के उद्देश्य से जवाहर नवोदय विद्यालयों की स्थापना की। वर्तमान में लगभग हर जिले में एक नवोदय विद्यालय है जहां गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बच्चों को प्राप्त हो रही है। इस अवसर पर मुख्य रूप से आदि मौजूद थे।

कार्यक्रम में उपस्थित प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, पूरण सिंह रावत, मुख्य प्रवक्ता गरिमा माहरा दसौनी, हेमा पुरोहित, नवीन जोशी, गोदावरी थापली, नीरज त्यागी, अल्ताफ अहमद, अर्जुन पासी, अखिशेख तिवारी, मनमोहन सिंह, नितिन चचंल, आशीष गुसाईं, सावित्रि थापा, शान्ति रावत, राजेन्द्र वर्मा, पूरम कण्डारी, मनीष गर्ग, रविन्द्र पुण्डीर, अनुप पासी, आदि उपस्थित रहे।

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