हर बाधा को पार करते हुए ये महिला बनी दुनिया की सबसे बड़ी विमान उड़ाने वाली पायलेट

Divya

भारत की एक महिला ने दुनिया में बोइंग 777 विमान उड़ाने वाली सबसे कम उम्र महिला पायलट का गौरव प्राप्त किया। ऐनी दिव्या नामक महिला ने अपनी राह में आने वाली हर बाधा को पार करते हुए केवल 30 साल की उम्र में पायलट बनने का खिताब अपने नाम किया, जिसे पहले उनकी समुदाय के लोग असाधारण काम समझते थे। मिरर नाउ की एक रिपोर्ट के अनुसार एनी दिव्या का इस संबंध में कहना था कि सौभाग्य से मेरे माता-पिता ने हमेशा मेरा साथ दिया, जबकि कई लोगों ने उन्हें ऐसा करने से मना भी किया था, लोगों ने बहुत विरोध किया, खासकर मुझे फीस अदा करने में भी काफी समस्या हुई जो उस समय मेरे माता पिता के लिए बहुत ज्यादा थी।
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राज्य आंध्र प्रदेश में विजायावाडा नामक शहर से संबंध रखने वाली दिव्या ने स्थानीय स्कूल से शिक्षा प्राप्त की जहां हर बच्चा अपने माता-पिता की इच्छा पर इंजीनियर और डॉक्टर बनना चाहता था लेकिन दिव्या एक अलग रास्ता अख्तियार करना चाहती थीं। इस संबंध में उनका कहना था कि मैं बचपन से ही पायलट बनना चाहता था, यह अलग बात है कि मुझे मेरे आस पास के लोगों ने इस संबंध में कुछ नहीं सिखाया’। अपने माता-पिता की सहायता के साथ दिव्या ने 17 साल की उम्र में इंदिरा गांधी राष्ट्र एयर अकादमी में दाखिला लिया, जहां उन्होंने बहुत मेहनत की और छात्रवृत्ति प्राप्त करके 19 साल की उम्र में अपनी प्रशिक्षण समाप्त कर ली। एयर इंडिया में नौकरी करते हुए दिव्या ने स्पेन और लंदन में बोइंग 737 उड़ाने का प्रशिक्षण लिया जिसके बाद वह दुनिया का सबसे बड़ा ट्विन जेट बोइंग 777 उड़ाने में सक्षम हुईं।
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इस संबंध में दिव्या ने बताया कि मुझे बोइंग 737 में कमांड हसलि हुई लेकिन हमेशा से बोइंग 777 उड़ाना चाहती थी, इसलिए मुझे कुछ और समय इंतजार करना पड़ा। एयर इंडिया में काम करने के दौरान उन्होंने बीएससी विमानन डिग्री प्राप्त की और अपनी वेतन से भाई बहन की विदेश की शिक्षा का खर्च उठाने के साथ माता पिता के लिए घर भी खरीदा। दिव्या ने दूसरी महिलाओं को भी प्रेरित किया कि वे आगे बढ़ें और वे जो चाहते हैं करें, उनका कहना था कि हर महिला को अपना सपना पूरा करना चाहिए।
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