Organization of farmer conference and felicitation ceremony
देहरादून। Organization of farmer conference and felicitation ceremony कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने बुधवार को देहरादून स्थित दून विश्वविद्यालय में स्मृति विकास संस्थान के सौजन्य से भारतीय किसान संघ एवं स्वावलम्बी भारत अभियान, उत्तराखण्ड द्वारा आयोजित उद्यामिता किसान सम्मेलन एवं सम्मान समारोह व उत्तराखंड विकास प्रदर्शनी कार्यक्रम में बतौर अतिथि प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने समारोह में लगी विभिन्न विकास प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। कार्यक्रम में मंत्री गणेश जोशी ने राष्ट्रीय विचारक व मार्गदर्शक के. एन.गोविंदाचार्य का पौधा एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। उत्कृष्ट उद्यमी किसानों को सम्मानित किया गया।
मंत्री ने कहा भारत के कृषि प्रधान देश है। देश की जीडीपी में कृषि का अहम योगदान है। उन्होंने कहा आज प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों का ही परिणाम है, कि भारत आज 70 से अधिक देशों को खाद्यान्न निर्यात कर रहा है।
मंत्री ने कृषि में अधिक प्रेस्टिसाइज के उपयोग पर चिंता भी व्यक्त की।उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की कुल कृषि योग्य भूमि में से 2.17 लाख हैक्टेयर क्षेत्रफल को जैविक कृषि के अंतर्गत आच्छादित किया गया है और यह क्षेत्रफल कुल कृषि भूमि का 34 प्रतिशत है।
मंत्री गणेश जोशी ने कहा राज्य में प्राकृतिक कृषि को बढ़ावा देने के लिए प्राकृतिक कृषि विकास बोर्ड का गठन किया जा रहा है। मंत्री ने कहा आत्म निर्भर प्राकृतिक किसान योजना के तहत राज्य में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए इस वर्ष 10 करोड़ की प्राविधान किया गया है।
इसके अतिरिक्त 5 करोड़ रुपए से प्राकृतिक कृषि नमामि गंगा कॉरिडोर शुरू की जा रही है। इस योजना से गंगा तट पर 5 किमी की परिधि में प्राकृतिक कृषि के लिए प्रोत्साहन दिया जायेगा। उन्होंने कहा राज्य सरकार के संकल्प है वर्ष 2025 तक हम अपने उत्पाद को दोगुना करेंगे इस दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे है।
इस अवसर पर राष्ट्रीय विचारक व मार्गदर्शक के. एन.गोविंदाचार्य, कुलपति सुरेखा डंगवाल, संयोजक सुरेंद्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष किसान संघ भुवन विक्रम डबराल, डीन दून यूनिवर्सिटी एस. सी.पुरोहित, ललित जोशी, सुनील अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।
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