उधमसिंहनगर जिले में केवल 195 अस्पताल व क्लीनिक वैध

Only 195 hospitals and clinics are valid
Only 195 hospitals and clinics are valid

काशीपुर। Only 195 hospitals and clinics are valid उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने जनहित याचिका में क्लीनिक स्टेबलिशमेन्ट एक्ट के अन्तर्गत अपंजीकृत अस्पतालों, क्लीनिकों को बंद करने का आदेश दिया है। इसके अनुपालन से उधमसिंहनगर के 195 अस्पतालों क्लीनिकों को छोड़कर सभी क्लीनिक, अस्पताल आदि बन्द होने की जद में आ गये हैं। इसमें विभिन्न सरकारी तथा बड़े अस्पताल भी शामिल है। यह खुलासा सूचना अधिकार में प्राप्त सूचना से हुआ है।

काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन एडवोकेट ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उधमसिंह नगर कार्यालय से क्लीनिकल स्टेबलिशमेन्ट एक्ट के अन्तर्गत रजिस्टर्ड डाॅक्टरों, क्लीनिक, अस्पतालों की सूचना मांगी जिसके उत्तर में मुख्य चिकित्सा अधिकारी उधमसिहं नगरो के लोक सूचनाधिकारी ने अपने पत्रांक 6165 दिनांक 13-08-2018 से 223 क्लीनिक स्टेबलिशमेन्ट की सूची उपलब्ध करायी है जिसमें से 28 की वैधता समाप्त हो चुकी है। इस प्रकार केवन 195 अस्पताल व क्लीनिक आदि ही पंजीकृत तथा वैध है।

उधमसिंह नगर में 47 सरकारी अस्पताल, स्वास्थ्य केन्द्रों में से केवल 9 अस्पताल व स्वास्थ्य केन्द्र ही पंजीकृत है। इसमें से एल.डी.भट्ट अस्पताल काशीपुर की वैधता 17-01-2018 को समाप्त हो चुकी है तथा जिला क्षय नियंत्रण केन्द्र की वैधता 13-07-2018 को समाप्त हो चुकी है तथा वह अवैध हो गये है। श्री नदीम को उपलब्ध सूचना के अनुसार जिले में केवल 43 स्वास्थ्य प्रतिष्ठान ही स्थायी रूप से पंजीकृत है। शेष अनन्तिम पंजीकृत कराये गये थे जिनमें से 28 की वैधता समाप्त हो चुकी है।

पंजीकृत अस्पतालों अन्य स्वास्थ्य प्रतिष्ठानों की सूची

नदीम को उपलब्ध स्थायी रूप से पंजीकृत अस्पतालों अन्य स्वास्थ्य प्रतिष्ठानों की सूची में बाजपुर के 4, गदरपुर के 5, काशीपुर के 13, खटीमा के 4, किच्छा के 4, रूद्रपुर के 7, सितारगंज के 6 शामिल है। अनन्तिम (प्रोविजनल) रजिस्ट्रेशन वाले प्रतिष्ठानों में बाजपुर के 26, दिनेशपुर के 9, गदरपुर के 13, जसपुर के 8, काशीपुर के 24, केलाखेड़ा के 1, खटीमा के 18, किच्छा के 26, नानकमत्ता के 2, पंतनगर के 1, रूद्रपुर के 41, सितारगंज के 11 शामिल है।

इसमें से जिन 28 प्रतिष्ठानों की वैधता समाप्त हो चुकी है उसमें बाजपुर के 4, जसपुर के 3, काशीपुर के सरकराी अस्पताल सहित 4, खटीमा के 6, किच्छा के 3, रूद्रपुर के 7 तथा सितारगंज के 1 शामिल है।

श्री नदीम को उपलब्ध सूचना के अनुसार स्थायी रजिस्ट्रेशन वाले क्लीनिकल स्टेबलिशमेन्ट मेें काशीपुर के जो प्रतिष्ठान शामिल हैं उसमें आत्रेय चिकित्सालय व धन्वन्तरी, बी0आर0 लक्ष्मीनारायण औषधालय, धन्वन्तरी क्लीनिक, महालक्ष्मी आई हास्पिटल, गहतोड़ी हास्पिटल, आर्यन अस्पताल, डा0जोशी क्लीनिक शामिल है।

अतिरिक्त 5 लैब पंजीकृत

इसके अतिरिक्त 5 लैब पंजीकृत है जिसमें एस0एस0, सूर्या, डिफेन्स , दिव्या, सहारा शामिल है। बाजपुर में स्थायी रूप से पंजीकृत सैन्ट मेरी हास्पिटल तथा संजीवनी नर्सिंग होम है तथा 2 लैब जिसमें नैशनल तथा सेन्ट्रल शामिल है। गदरपुर में अरोरा हास्पिटल एण्ड पैथोलोजी, भारत हास्पिटल, महाजन नर्सिंग होम शामिल है।

इसके अतिरिक्त दो लैब नैनी और देव स्थायी पंजीकृत हैं। खटीमा में राठौर पाॅली तथा खिण्डा क्लीनिक पंजीकृत है तथा दो लैब सैन्ट्रल और खिण्डा पंजीकृत है। किच्छा में आयुर्वेदिक माहेश्वरी क्लीनिक, कुमार होम्यो क्लीनिक स्वामी सत्य प्रकाश अस्पताल तथा मार्डन पैथोलाॅजी पंजीकृत है।

रूद्रपुर में अंकुर हेल्थ क्लीनिक, आशा नर्सिंग होम, ग्लोबल हास्पिटल तथा 4 लैब, तराई, सुषमा, के0एन0 तथा अरोरा स्थायी पंजीकृत में शामिल है। सितारगंज में जसवन्त क्लीनिक, पंथ रतन बाबा अस्पताल, गुरू रामदास अस्पताल, सत्या नेत्रालय तथा दो लैब सितारगंज तथा सत्या शामिल है।

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