भारत का ऐसा गाँव जहाँ पुलिस का कोई काम नही Kathkauli Village
हिना आज़मी
समाज में अपराध बढ़ते जा रहे हैं कही चोरी, बलात्कार, कत्ल आदि की खबरे हर दिन सुनने को मिलती है लेकिन आज के इस माहोल में भी क्या आप सोच सकते है कि पुलिस के बिना काम चल सकता है? लेकिन दोस्तों अपने देश में भी ऐसे जगह है जहां ऐसा होता है कि वहां पुलिस का कोई काम नही, इसकी जरूरत ही नही पड़ती कि उन्हें बुलाया जाये। बिहार के जिले बक्सर में एक “कथकौली” ( Kathkauli Village ) गांव है।
यह ऐतिहासिक गांव है क्योंकि बक्सर में 1764 में जो लड़ाई हुई, वही इस गांव की ऐतिहासिकता का कारण है। लेकिन इसका वर्तमान भी बहुत रोचक है। हमारे आजाद हो जाने के बाद आज तक इस गांव में कभी पुलिस नहीं गई। इसका मुख्य कारण यहां के लोगों का आपसी भाईचारा है। यह उस समय की बात है जब भारत में अंग्रेजों का शासन था। अंग्रेजों का साम्राज्य फैलता ही जा रहा था।
संपूर्ण भारत पर अंग्रेजों का कब्जा हो गया
अंग्रेज धन से, छल से ,बल से हर तरीके से भारत को अपना गुलाम बनाकर भारत पर कब्जा करना चाहते थे। उन्होंने कई कोशिश की, बक्सर में 1764 में हुए युद्ध के बाद संपूर्ण भारत पर अंग्रेजों का कब्जा हो गया। 22 अक्टूबर 1764 में यह युद्ध हुआ, एक तरफ थी अंग्रेजों की ईस्ट इंडिया कंपनी के हेक्टर मुनरो की पूरी फौज, तो दूसरी और मीर कासिम बंगाल के नवाब।
दोनों के बीच घमासान युद्ध हुआ, परिणाम यह हुआ जिसके बाद अंग्रेज जीत गए और उन्होंने बिहार पश्चिम बंगाल, झारखंड, उड़ीसा, बांग्लादेश पर अपनी हुकूमत कायम कर दी। इस कहानी को बताने का यह मकसद है कि जिस स्थान पर दोनों सेनाओं के बीच युद्ध हुआ। आज वह गांव पूर्ण है। वह गांव कथकौली है। इस गांव में 700 लोग रहते हैं। उन्होंने अपने पुरखों की लड़ाई के बारे में बहुत सुना है। इसलिए वे लड़ाई–झगड़ो से दूर रहते है ताकि दूसरे युद्ध की स्तिथि न पनपे।