कार्डियोमायोपैथी है बेहद गंभीर रोग

cardiomyopathy
Cardiomyopathy है बेहद गंभीर रोग

Cardiomyopathy डायबिटीज के कुछ मरीजों के शरीर की धमनियों कि स्वस्थ होते हुए भी उनका ह्रदय कमजोर हो जाता है। दिल की मांसपेशियों में रक्त को पंप करने की शक्ति नहीं रहती है। ऐसी स्थिति में ह्रदय फेल कर आकार में बड़ा हो जाता है। दिल के इर्द-गिर्द और फेफड़ों में पानी भर जाता है।

रोगी की सांस फूलने लगती है , उसे थकान रहती है और पैरों में सूजन आ जाती है। इसके अलावा उसके दिल की धड़कन बढ़ जाती है और दिल की रक्त को पंप करने की क्षमता कम हो जाती है।

उपर्युक्त लक्षण धीरे-धीरे बढ़ते जाते हैं जिसे डायबिटीज कार्डियोमायोपैथी कहते हैं। ऐसी अवस्था में डॉक्टर आमतौर पर मरीजों को दवाएं देते हैं और उसे परहेज करने पर जोर देते हैं। चीजों के परहेज के अंतर्गत डॉक्टर द्वारा सुझाई गई मात्रा में पानी पीना और ब्लड शुगर का प्रभावी नियंत्रण आवश्यक है।





हालांकि टाइप 1 डायबिटीज की रोकथाम नहीं की जा सकती है लेकिन टाइप 2 अस्वास्थ्यकर जीवन शैली से उत्पन्न होती है। इसलिए टाइप टू डायबिटीज वालों को व्यायाम के जरिए वजन को नियंत्रित करना चाहिए। ऐसे लोग जीवन शैली या लाइफस्टाइल में सकारात्मक परिवर्तन ला कर टाइप 2 डायबिटीज को नियंत्रित कर सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं।

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