अल्मोड़ा । उत्तराखंड क्रांति दल ने पृथक राज्य गठन के बाद से अब तक आई सभी सरकारों के शासनकाल में हुए घोटालों की एकमुश्त जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हर नई सरकार सत्ता में आने के बाद विगत सरकार के घोटालों की जांच की बात करती है, लेकिन हकीकत यह है कि आज तक ना तो कोई जांच हुई ना आज तक कोई नतीजा निकला। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री व मंत्रियों द्वारा बार-बार खजाना खाली है कहे जाने और विगत सरकार के घोटालों की जांच कराने संबंधी घोषणा को एक जुमला बताया। उन्होंने कहा कि हर नई सरकार खजाना खाली होने का रोना रोती है,
लेकिन बाद में स्वयं सरकारी खजाने की बंदरबांट में लग जाती है। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने प्रधानमंत्री के आग्रह पर डबल इंजन (उ.प्र. उत्तराखंड में भाजपा) की सरकार बना दी है। अब तो राज्य का तेजी से विकास होना चाहिए। उन्होंने प्रदेश में पूर्ण नशाबंदी लागू करने, मनमानी फीस वसूलने वाले निजि स्कूलों पर अंकुश रखने, पब्लिक व सरकारी स्कूलों में समान पाठयक्रम लागू करने तथा जनपद में बदहाल चिकित्सा व्यवस्था में सुधार करने की मांग की। कहा कि अल्मोड़ा के जिला व बेस अस्पताल में सुरक्षित प्रसव तक की व्यवस्था नहीं है, जिस कारण निजि चिकित्सालयों में 50 हजार से 1 लाख तक लेकर साधारण प्रसव को भी सर्जरी में बदल दिया जा रहा है। पारित प्रस्ताव में आंदोलनकारियों को पैंशन वितरित करने, निःशुल्क परिवहन सुविधा देने तथा राज्य आंदोलनकारियों को राज्य सेनानी घोषित करने की मांग की। बैठक में जिलाध्यक्ष गोपाल सिंह मेहता, ब्रह्मानंद डालाकोटी, शिवराज बनौला, हरीशचंद्र जोशी, गिरीशनाथ गोस्वामी, दिनेश जोशी, कमलेश जोशी, गोपाल सिंह राणा आदि मौजूद थे।