मेरा नहीं अपर्णा का मुकाबला मुझसे, दोगुने वोटों से जीतूंगी

Aparna

लखनऊ,। विधानसभा चुनाव के दौरान लखनऊ की ओर पूरे प्रदेश की निगाहें लगी हुई हैं। इसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कई चर्चित चेहरे भी मैदान में हैं। लखनऊ कैन्ट से पार्टी प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी ने दावा किया है कि जिस तरह से उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए काम किया है और उनकी जनसभाओं में भारी भीड़ उमड़ी है, उससे उनकी जीत तय है। भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि मेरा नारा है पहले वोट दिया काम पर, अब वोट दो नाम पर। रीता ने कहा कि मेरी पदयात्रओं से लेकर नुक्कड़ सभाओं में कैन्ट की जनता ने बहुत जोश दिखाया है। समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोट बहू अपर्णा से मुकाबले पर रीता ने कहा कि मेरा नहीं उनका मुकाबला मुझसे है। मेरा क्षेत्र में जबरदस्त सम्पर्क है।

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रीता बहुगुणा ने अपर्णा द्वारा उनके गायब होने के पोस्टर लगने के आरोप पर कहा कि इसका पफैसला जनता करेगी। वहीं उन्होंने कहा कि जिस तरह से मुलायम सिंह यादव ने यहां जनता से भावुक होकर वोट देने की अपील की, उससे लगता है कि अपर्णा चुनाव हार रही हैं। उन्होंने कहा कि सपा के शासन में सुशासन नहीं रहा। पारिवारिक लड़ाई रही है, ऐसे में मुझे पिछली बार से दोगुने वोटों से जीतने की उम्मीद है। रीता ने कहा कि सिपर्फ किसी परिवार का सदस्य होने या पैसा खर्च करने से अब चुनाव नहीं जीता जाता। जनता ऐसे व्यक्ति को चाहती है, जो उसके बीच का हो। वहीं पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद लालजी टण्डन ने भी भाजपा की पूर्ण बहुमत सरकार बनने का दावा किया। कलराज के बेटे गोपाल टण्डन लखनऊ पूरब से प्रत्याशी हैं। वह यहां से विधायक भी हैं। उनको नेता पुत्र होने के कारण फिर से टिकट मिलने पर टण्डन ने कहा कि इस चुनवा में मेरे बहुत से पुत्र लड़ रहे हैं, जो भी जीतेगा मुझे खुशी होगी।

गोपाल टण्डन को लेकर उन्होंने कहा, ‘मैं उसके क्षेत्र में गया नहीं, सिर्फ दो सभाओं के’। वह अपने बल पर लड़ रहा है। पार्टी का प्रदेश उपाध्यक्ष और विधायक है। उसकी अपनी पहचान है। इसके अलावा लखनऊ में मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने चौक के लोहिया पार्क मतदान केन्द्र पर अपना वोट डाला। जबकि शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने चौक के ऑक्सफोर्ड इंटर कॉलेज बूथ नंबर-381 वहीं पर मतदान किया। इसके अलावा प्रमुख सचिव नवनीत सहगल ने लखनऊ विश्वविद्यालय स्थित बूथ पर पत्नी वन्दना सहगल और पुत्र ध्रुव सहगल के साथ मतदान दिया। नवनीत सहगल कुछ समय पहले लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर हुए हादसे में घायल हो गए थे। इसके बाद उनका इलाज चल रहा था। घायल होने के बाद आज वह पहली बार सार्वजनिक रूप से सामने आये।