गांवों और शहरों के बीच खाई चिंताजनक: नायडू

जयपुर । केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वैंकया नायडू ने कहा कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच बढ़ती खाई चिंता विषय है। इसमें संतुलन बनाने के लिए कृषि को बढ़ावा देना होगा। कृषि में उन्नत तकनीक अपनाकर किसानों को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। केन्द्रीय मंत्री नायडू गुरुवार को ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट ग्राम में बोल रहे थे।
उन्होंने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच बढ़ती खाई पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यह देश हित में नहीं है। इसे पाटने के लिए कृषि को बढ़ावा देना होगा। इसका मतलब मैं उद्योग और व्यापार के महत्व को कम नहीं कर रहा हूं। कृषि देश की बुनियाद है। मैं किसान परिवार से आता हूं इसलिए उनके दर्द को समझता हूं। उन्होंने कहा कि पहले कृषि को प्राथमिकता नहीं दी गई लेकिन हमारी सरकार कृषि को बढ़ावा दे रही है। किसानों के लिए कई सकरात्मक फैसले किए हैं। कृषि के विकास की संभावनाओं को तलाशते हुए इस पर आधारित लघु उद्योग गांवो में स्थापित होना चाहिए। पारंपरिक खेती के साथ-साथ वन-संवर्धन की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि लोगों को अब भोजन में जैविक दाल, अनाज प्रयोग करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। किसानों मुफ्रत बिजली की नहीं गुणवत्ता पूर्ण बिजली हर समय मिले यह मांग करनी चाहिए।
उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद किसानों से कहा कि 500 व 1000 के पुराने नोट बंद होने का फायदा किसानों को मिलेगा। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की तारीफ करते हुए नायडू ने कहा कि राजे राज्य के लोगों के विकास के लिए सुनहरा अवसर उपलब्ध करा रही है। राजस्थान खरा सोना है और यहां भरपूर संसाधन है। उन्होंने कृषि में नई तकनीक अपनाने पर बल देते हुए कहा कि ग्रामीण भारत में नवनीतम तकनीकी का उपयोग आज समय की जरूरत है। केन्द्रीय मंत्री नायडू की मौजूदगी में 38 ओएमओयू हुए इनके तहत प्रदेश में 4400 करोड़ का निवेश होगा। इस दौरान राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि सरकार किसानों की चिंताओं के प्रति गंभीर है।