Uttarakhand suchna vibhag
देहरादून। Uttarakhand suchna vibhag अभी कुछ दिन पहले ही एक मूवी आई थी जिसका नाम है ‘सिर्फ एक बंदा काफी है’ जिसमें दिखाया गया है, कि कैसे सिर्फ एक आम आदमी जो एक साधारण अधिवक्ता है, ने कैसे एक प्रभावशाली धोखेबाज व बलात्कारी बाबा के पूरे साम्राज्य को मिट्टी में मिला दिया और उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। कुछ ऐसा ही
आजकल प्रदेश की राजधानी देहरादून में देखने को मिल रहा है। जहां एक जुझारू पत्रकार आलोक शर्मा ने सूचना विभाग में बैठे अधिकारियों के विरुद्ध मोर्चा खोला है, जिससे सूचना विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों की नींद हराम हो रखी है।
आलम यह कि पत्रकार एक के बाद एक इन भ्रष्ट अधिकारियों के द्वारा किये गये भ्रष्टाचार को उजागर कर रहा है। वहीं दूसरी ओर वो अधिकारी हैं, जिनके पास धन बल दोनो हैं। और इन अधिकारियों को अपने ऊपर इतना घमंड है कि अपनी लॉबी बनाकर पत्रकार आलोक शर्मा को घेरना का कार्य शुरू कर दिया है।
इतना ही नही, सूचना विभाग के उप निदेशक मनोज श्रीवास्तव ने पत्रकार आलोक शर्मा को एक करोड़ का मानहानि का नोटिस भी भेज दिया।
वहीं जुझारू पत्रकार आलोक शर्मा ने 29 अगस्त को एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को उनके ही सूचना विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर अपनी बात उनके सामने रखी, साथ ही इन भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने की लिखित शिकायत पत्र भी सीएम धामी को सौंपा, जिस पर मुख्यमंत्री ने दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
जिसके बाद से सूचना विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों में खलबली मच गई है। अब देखना यह है कि सूबे के मुखिया जिन्होने अपनी साफ-सुथरी छवि के बदौलत अपनी अलग पहचान बनाई है। क्या अब वह इन सूचना विभाग के अधिकारियों पर लगाम लगा पायेंगे या नही? इस पर प्रदेश की जनता की निगाहें टिकी हुई है।
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