फूड प्वाइजनिंग से तीन की मौत, ढाई सौ से अधिक बीमार

Three die from food poisoning
अस्पताल में भर्ती फूड प्वाइजिनिंग से बीमार लोग।
Three die from food poisoning

बागेश्वर/देहरादून। Three die from food poisoning कपकोट ब्लाक स्थित बास्ती गांव के तीन लोगों की फूड प्वाइजिनिंग से मौत हो गई है, इसमें दो बच्चे शामिल हैं। करीब 257 बीमार लोगों को पिथौरागढ़ व बागेश्वर के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा हैं। अभी तक 19 लोगों को हायर सेंटर हल्द्वानी रेफर कर दिया हैं।

इनमें से 9 बीमार लोगों को अब तक एअर लिफ्ट कर एसटीएच हल्द्वानी में भर्ती कराया गया हैं। रेफर होने वालों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता हैं। कमिश्नर राजीव रौतेला ने पूरे मामले की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बागेश्वर में फूड पाइजनिंग की घटना के बारे में डीएम बागेश्वर से रिपोर्ट मांगी है।

कपकोट ब्लाक के बास्ती गांव में बीते 29 नवंबर को बरात के समय खाना खाने के दौरान फूड प्वाइजिनिंग से बीमार हुए लोगों की संख्या बढ़ती जा रही हैं। फूड प्वाइजिनिंग से बास्ती गांव के दो बच्चों मिनाक्षी पुत्री राजेंद्र सिंह व पीयूष (पांच वर्ष) पुत्र देव सिंह की मौत हो गई हैं।

पीयूष की मौत सीएससी बेरीनाग व मिनाक्षी की मौत इलाज के लिए हायर सेंटर ले जाते समय हुई, जबकि एक बुजुर्ग महिला नंदी देवी (60 साल) निवासी बास्ती की मौत एसटीएच हल्द्वानी में इलाज के दौरान हुई। शनिवार को पिथौरागढ़ जिले के सीएससी बेरीनाग बागेश्वर जिले के सीएससी कांडा, कपकोट व जिला अस्पताल में बीमार लोग इलाज के लिए पहुंचते रहे।

प्रशासन हाई अलर्ट पर रखा गया

मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन हाई अलर्ट पर रखा गया हैं। बेरीनाग स्वास्थ्य केंद्र में 144 मरीज भर्ती थे। 34 मरीजों का इलाज कर उन्हें छुट्टी दे दी गई हैं। अभी तक 110 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। 9 मरीजों को हेलीकाप्टर से हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल पहुंचाया गया हैं।

सीएससी कांडा में 46, कपकोट में 46 व जिला अस्पताल में 20 मरीज भर्ती हैं। जिला अस्पताल से 8 मरीजों को इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया हैं। चिकित्सकों की कमी को देखते हुए बाहरी जिलों से चिकित्सकों की टीम जिला मुख्यालय पहुंच रही हैं। सीएससी बेरीनाग में हेलीकाप्टर के जरिये एक चिकित्सक भेज दिया हैं।

वहीं नैनीताल व अल्मोड़ा से चिकित्सकों की टीम बागेश्वर पहुंच रही हैं। बागेश्वर में फिलहाल कोई गंभीर नही बताया जा रहा हैं। बास्ती गांव में डॉ. दीप कुमार व फार्मासिस्ट हरी प्रसाद को भेजा गया हैं। इसके अलावा पशु चिकित्सकों व जलसंस्थान की टीम भी भेजी गई हैं। यह लोग बीमार मवेशियों का भी इलाज करेंगे। जल संस्थान की टीम पानी का सैंपल लेगी।

डीएम बागेश्वर से रिपोर्ट मांगी

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बागेश्वर में फूड पाइजनिंग की घटना के बारे में डीएम बागेश्वर से रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने बीमार लोगों का समुचित उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर हेलीकाप्टर से गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को उपचार के लिए हल्द्वानी लाकर भर्ती कराया गया है।

विशेषज्ञ चिकित्सकों को भी भेजा गया है। मुख्यमंत्री ने कमिश्नर कुमाऊं को भी जिलाधिकारी बागेश्वर के निरंतर संपर्क में रहने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि फूड पाइजनिंग से बीमार लोगों को उपचार की हर प्रकार की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। डीएम बागेश्वर ने बताया कि बीमार लोगों का बागेश्वर के सरकारी व निजी अस्पतालों में निश्घ्शुल्क इलाज किया जा रहा है।

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