ठंडे बस्ते में पड़ी परियोजनाओं को आगे बढ़ाया जा रहा: मोदी

मण्डी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वे हर परियोजना की समीक्षा खुद करते हैं और खाासकर ऐसी परियोजनाएं जो लम्बे समय से ठंडे बस्ते में पड़ी हुई हैं। उनकी वे खुद निगरानी कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंडी में तीन पन विजली परियोजनाओं के लोकापर्ण के बाद रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आज उन्होने जिस कौल डैल परियोजना का लोकापर्ण किया, इसके लिए 1962 में रूस के साथ करार हुआ था। लेटलतीफी के चलते यह परियोजना आज बन कर तैयार हुई । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वे हर परियोजना की समीक्षा खुद करते हैं और खाासकर ऐसी परियोजनाएं जो लम्बे समय से ठंडे बस्ते में पड़ी हुई हैं। उनकी वे खुद निगरानी कर रहे हैं। श्री मोदी ने कहा कि यह एक संयोग ही है कि जिस परियोजना का उन्होने उदद्याटन किया है। इसका शिलान्यास पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी बाजपयी ने किया था और मैं बतौर संगठन की जिम्मेदारी के नाते उसमें भी मौजूद था। प्रधानमंत्री ने रैली को संबोधिकत करते हुए कहा कि पार्वती-3 परियोजना का आज लोकापर्ण हो गया है। फिर भी एक और दो का बनना अभी बाकी है। उन्होने चुटकी लेते हुए कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद मैने एक पुरात्तव विभाग खोल रखा है। इसमें पुरानी पड़ी योजनाओं को खंगाला जा रहा है। श्री मोदी ने बताया कि नंगल-लतवाड़ा रेल परियोजना का काम 1981 में शुरू हुआ था। उस समय इसकी लागत मात्र 34 करोड़ थी। अब 35 साल बाद यही परियोजना 2100 करोड़ रूपये की हो गई है। अगर यह योजना समय पर बनती तो कितना लाभ होता। इसी तरह दस साल पहने भानुपुल्ली-बिलासपुर रेल की बात आरंभ हई थी। अब केन्द्र सरकार ने इस परियोजना को आगे बढ़ाया है और तीन हजार करोड़ की राशि देकर काम शुरू किया है।