लखनऊ भी अब मेट्रो सिटी की कटेगरी में शामिल हो चुका है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह एवं राज्यपाल राम नाईक की मौजूदगी में मंगलवार को औपचारिक तौर पर लखनऊ मेट्रो सेवा शुरु हो गई। साथ ही मेट्रो सेवा का श्रेय लेने की राजनीति भी शुरू हो गया है। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मेट्रो सेवा शुरू होने पर कहा है कि यह सेवा उनके द्वारा अंजाम तक पहूंचा है। लेकिन अगर मेट्रो प्रोजेक्ट की बात करते तो वास्तव में यह सपना मायावती का था।
जरा इसे भी पढ़ें : इस मुस्लिम नेता ने योगी सरकार के तारीफों के पुल बांधे, कहा धर्म नही संविधान से चलता है देश
गौरतलब है कि जब मायावती यूपी की मुख्यमंत्री थी तब 2011 में उन्होंने इस पर पहले करते हुए 2 बार मेट्रो प्रोजक्ट की रिपोर्ट केंद्र की तत्कालीन यूपीए सरकार को भेजा था। लेकिन किसी कारणवश इस प्रोजेक्ट को मंजूरी नहीं मिल पाई थी। फिर इसके बाद अखिलेश यादव यूपी के मुख्यमंत्री बने और उन्होंने मेट्रो प्रोजेक्ट को जमीनी स्तार पर उतारे का काम किया।
जरा इसे भी पढ़ें : सपा का ये वरिष्ठ मुस्लिम नेता जल्द शामिल हो सकता है भाजपा में
अखिलेश ने अपने कार्यकाल में मेट्रो प्रोजेक्ट की मंजूरी प्राप्त कर ली और लखनऊ में मेट्रो प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो गया। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में अखिलेश यादव ने कोई भी कसर नहीं छोड़ी। एवं विधानसभा चुनाव से पहले अभी यह प्रोजेक्ट पूरी तरह से तैयार भी नहीं हुआ था कि अखिलेश यादव ने सिर्फ 2 स्टेशनो के बीच ही मेट्रो का उद्घाटन कर दिया। अब 2017 में यह प्रोजेक्ट बनकर तैयार हो गया है।
इंजन तो पहले ही चल दिया था…डिब्बे तो पीछे आने ही थे. pic.twitter.com/QUjWbqRo1p
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 4, 2017
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को औपचारिक तौर फीता काटकर पर लखनऊ मेट्रो सेवा की शुरुआत कर दी। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि लखनऊ मेट्रो के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने सस्ता लोन दिलाया था जिससे लखनऊ में मेट्रो का सपना पूरा हो पाया है।
लखनऊ मेट्रो को आसान किस्तों पर लोन दिलाने के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी को कोटि कोटि धन्यवाद।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 5, 2017
इस प्रोजेक्ट पर राजनीति उस वक्त तेज हो गई जब योगी आदित्यनाथ के उद्घाटन करने पहले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने समय में किए गये मेट्रो के उद्घाटन की फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की है, जिसके बाद मेट्रो का श्रेय लेने पर राजनीति शुरू हो गई। वहीं समाजवादी के कार्यकर्ताओं ने पूरे शहर में पोस्टर चिपकाकर जनता को बताने की कोशिश की है कि लखनऊ मेट्रो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की देन है।
जरा इसे भी पढ़ें : भाजपा में बवाल, अपने ही नेता को बताया दलाल