एंड टू एंड एन्क्रिप्शन जैसे सुविधा प्रदान करने वाली लोकप्रिय मैसेजिंग एप्लीकेशन जैसे फेसबुक मैसेंजर, वाट्सएप और वाइबर, यूजर्स के लिए संवेदनशील जानकारी हैकिंग से संबंधित बहुत कमजोर है। यह दावा अमेरिका में होने वाली एक शोध में सामने आया। बरघम यंग यूनिवर्सिटी रिसर्च में यह पाया गया कि फेसबुक मैसेंजर, वट्सएप और वाइबर जैसी लोकप्रिय मैसेजिंग एप्लीकेशन से यूजर्स धोखाधड़ी या हैकिंग के खतरे से सामना करना पड़ता हैं क्योंकि वह महत्वपूर्ण सुरक्षा विकल्पों जैसे Authentication Ceremony आदि से अनजान होते हैं।
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यह सुविधा Authentication Ceremony एक सुरक्षा प्रोटेक्ट के रूप में है, जो इस बात को सुनिश्चित करता है कि कम्यूनिकेशन में शामिल व्यक्ति प्रामाणिक हैं या नहीं। इस उद्देश्य के लिए वह भेजने वाले के संदेशों में संवेदनशील या महत्वपूर्ण जानकारी की पहचान भी करता है। लेकिन चूंकि अधिकांश व्यक्ति उसके महत्व बल्कि सुविधा से ही अनजान होते हैं, इसीलिए थर्ड पार्टी के लिए के लिए हमला करना आसान हो जाता है।
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इस उद्देश्य के लिए शोधकर्ताओं ने अलग अनुभव किया और परिणाम से पता चला कि अधिकांश व्यक्ति सुरक्षा संबंधित सुविधाएँ समझने और उपयोग करने में असमर्थ होते हैं क्योंकि उन्हें सुरक्षा संबंधित समस्याओं का अनुभव नहीं होता। लेकिन ऑनलाइन बातचीत के दौरान हमेशा खतरा मौजूद है जो किसी भी समय उन्हें निशाना बना सकता है। इससे पहले पिछले महीने यह बात सामने आई थी कि वाट्स ऐप अपने यूजर्स के डेटा को सरकारों से बचाने के लिए पर्याप्त कदम नहीं कर रही।
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यह दावा एक डिजिटल आईटस समूह इलेक्ट्रॉनिक फ्रंटियर फाउंडेशन ने करते हुए इस मैसेजिंग एप्लिकेशन को अपनी वार्षिक रिपोर्ट में उपभोक्ता संरक्षण के संबंध में सबसे खराब करार दिया है। वाट्स ऐप पर यह आलोचना उस समय की जा रही है जब उसकी ओर से और टू एंड इन्क्रिप्शन इन्ट्रोड्यूस सहित लोगों के संदेश किसी के हवाले से इनकार किया गया।