नई दिल्ली। अमानतुल्लाह खान के एक बयान पर जिस तरह से कुमार विश्वास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि अमानतुल्लाह खान मुखौटा हैं पीछे तो कोई और हैं। एवं बड़े भावूक होते हुए कहा था कि मैं आज शाम तक बता दूंगा की मैं आम आदमी पार्टी में रहूंगा या नहीं के साथ प्रेस वार्ता खत्म कर दी। जिसके बाद से उन्हे मनाने के लिए कोशिशे शुरू हो गई थी। स्वयं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरिवाल व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया उनसे मिले जिसके बाद कुमार विश्वास ‘आप’ की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (पीएसी) की बैठक में शामिल हुए। एवं विश्वास को राजस्थान का प्रभारी की जिम्मेदारी व अमानतुल्लाह खान को निलंबित कर दिया गया।
अब इस पर सवाल इसलिए उठता है क्योंकि अभी एक दिन पहले ही कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रोते हुए कहा था कि मुझे मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री या आप संयोजक बनने की कोई महत्वाकांक्षा नहीं है। किसी भी पद की लालस नहीं है चाहे वह कोई भी पद हो। फिर भी उन्होंने राजस्थान के प्रभारी का पद स्वीकार कर लिया। जिससे लोगो को यह लग रहा है कि कुमार विश्वास की ये सारी नौटंकी थी और कुछ नहीं ।