जाधव को फांसी हुई तो पाक को नतीजे भुगतने होंगेः सुषमा

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नई दिल्ली। लोकसभा में मंगलवार को कांग्रेस ने कुलभूषण जाधव की फांसी का मुद्दा उठाया। कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘सरकार को जाधव को बचाना चाहिए।’ इस पर होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने कहा, ‘जाधव के पास वैलिड वीजा था। ऐसे में वो भारत का जासूस कैसे हो सकता है। उन्हें बचाने के हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।’ वहीं, राज्यसभा में सुषमा स्वराज ने कहा, ‘कुलभूषण पूरे देश का बेटा है। ये मुद्दा पक्ष-विपक्ष का नहीं है। उन्हें हर कीमत पर बचाएंगे।’ सोमवार को पाक के आर्मी कोर्ट ने भारत के पूर्व नेवी अफसर जाध्व को पफांसी की सजा सुनाई थी। इस पर भारत सरकार ने पाक के हाईकमिश्नर को तलब किया था। साथ ही कहा था पाक की इस कार्रवाई को सोचा-समझा मर्डर माना जाएगा। इस बीच देश के कई हिस्सों में जाध्व के समर्थन में प्रदर्शन भी हुए। पूरा सदन जाधव के साथ।

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– खड़गे ने कहा, ‘अगर उसे फांसी होती है तो हम उसे सोचा-समझा मर्डर कहेंगे। अगर उसे बचा नहीं पाए तो ये सरकार की कमजोरी होगी।
– मंत्राी अनंत कुमार ने कहा, ‘पूरा सदन कुलभूषण जाधव के साथ है। होम मिनिस्टर खुद इस मुद्दे पर संसद में बयान देंगे।
– असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘पाक मिलिट्री कोर्ट एक तरह की बनाना कोर्ट है जहां वो बिना किसी सबूत के किसी को भी सजा दे देते हैं। सरकार को अपने रसूख का इस्तेमाल कर जाधव को सुरक्षित वापस लाना चाहिए।
– राजनाथ सिंह ने कहा, कुलभूषण के पास से वैलिड भारतीय वीजा मिला था, ऐसी स्थिति में वह जासूस कैसे हो सकता है। उसे बचाने के लिए सरकार जो बन पड़ेगा, वो करेगी। मैं आश्वस्त करता हूं कि उसके साथ अन्याय नहीं होगा।
– राजनाथ ने ये भी कहा, ‘जाधव बहुत पहले ही नेवी छोड़ चुके थे। उनका बिजनेस था। इसी सिलसिले में वे ईरान के चाबहार आया-जाया करते थे। यहां से उन्हें अगवा किया और बलूचिस्तान से गिरफ्रतार किया हुआ दिखाया गया।
क्या बोली सुषमा?
– जाधव को बचाने के लिए कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने राज्यसभा में कहा, जाधव को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का अच्छे से अच्छा वकील किया जाना चाहिए।
– सुषमा ने कहा, ‘ये पक्ष-विपक्ष का मसला नहीं है। मैं गुलाम नबी को धन्यवाद देना चाहती हूं कि वे इस मसले पर सरकार के साथ हैं। ये पक्ष-विपक्ष का मामला नहीं है। हिंदुस्तान के इस बेटे को बचाने के लिए अच्छा वकील खड़ा करना तो छोटी बात है, हम राष्ट्रपति तक भी बात करेंगे।
– ‘पाक ने जो जाध्व को सजा सुनाई है, वो सोचा-समझा मर्डर है। उन्होंने कुछ गलत नहीं किया। सरकार आउट आॅफ द वे जाकर मदद करेगी।
– अगर जाधव को फांसी होती है तो पाकिस्तान को गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। इसका असर बाइलेट्रल रिलेशन पर भी पड़ेगा।
क्या है मामला?
– पाक आर्मी ने वहां की जेल में बंद भारतीय अफसर कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाई है। पाक ने आरोप लगाया था कि जाधव भारतीय जासूस है।
– आईएसपीआर के अफसर मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्विटर पर बताया कि पाकिस्तान आर्मी एक्ट के तहत जाध्व का फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल (एफजीसीएम) किया गया और फांसी की सजा सुनाई गई।
– दूसरी ओर, भारत ने पाकिस्तान के हाई कमिश्नर अब्दुल बासित को तलब किया। उन्हें डिमार्शे (डिप्लोमैटिक डिमांड लेटर) सौंपा। इसमें कहा गया- अगर सजा पर अमल होता है तो ये कानून के बुनियादी नियमों के खिलाफ होगा। इसे सोचा-समझा कत्ल कहा जाएगा।
– डिमार्शे में आगे कहा गया- ये ध्यान रखा जाना चाहिए कि पाकिस्तान में इंडियन हाई कमीशन को ये बताने की जरूरत भी नहीं समझी गई कि कुलभूषण पर केस चल रहा है। भारत के लोग और सरकार इसे सोचा-समझा कत्ल ही मानेंगे।
– इस बीच, भारत सरकार ने पाकिस्तान के 11 कैदियों की बुधवार को होने वाली रिहाई टाल दी है।
– एमनेस्टी इंटरनेशनल ने पाकिस्तान के इस फैसले पर तल्ख टिप्पणी की। कहा- पाकिस्तान के मिलिट्री कोर्ट में आरोपी के खिलाफ क्या आरोप लगाए जाते हैं या सबूत पेश किए जाते हैं, इनको कभी पब्लिक नहीं किया जाता।
– पाकिस्तानी सेना के कानून के तहत आए इस फैसले पर 90 दिनों के भीतर अमल होना तय है। पाक आर्मी चीफ बाजवा इसे मंजूरी दे चुके हैं। ऐसे में, इसके खिलाफ अपील की कोई गुंजाइश नहीं रहती। जाधव को फांसी की सजा से बचाना मुश्किल होगा।
वीडियो में 105 कट
– जाध्व के कथित कबूलनामे का एक वीडियो भी पाकिस्तान ने जारी किया था। जब इस (6 मिनट 358 सेकंड) के वीडियो की पड़ताल की तो उसमें 105 कट नजर आए।
– कबूलनामे को देखकर ऐसा लग रहा था कि जाधव टेलीप्राॅम्प्टर पर बयान पढ़ रहे हों। पाक मामलों के एक्सपर्ट कमर आगा ने को बताया, ‘‘शक है कि कुलभूषण को टाॅर्चर करके या फिर ड्रग्स देकर कुछ भी कहलवाया गया और वीडियो बनाया गया।
– एक और एक्सपर्ट कर्नल यूएस राठौर कहते हैं कि पाक मिलिट्री कोर्ट की कार्यवाही के दौरान इतना टाॅर्चर किया जाता है कि वहां 90» लोग अपने गुनाह कबूल कर लेते हैं।