अली मस्जिद में जलसे का आगाज

Jalsa in ali Masjid Haridwar
जलसे में नाते पाक की तिलावत करते हुए।

Jalsa in ali Masjid Haridwar

हरिद्वार। Jalsa in ali Masjid Haridwar ज्वालापुर के मौहल्ला कैतवाड़ा स्थित अली मस्जिद के प्रांगण में जश्ने ईद मिलादुन्नबी के आगाज की तैयारियों को लेकर जलसे का आयोजन किया गया। जलसे में बड़ी संख्या में मुस्लिम धर्मानुयायी सम्मिलित हुए।

जलसे का आगाज कारी तबारिक हुसैन ने कलाम पाक की तिलावत से किया। कारी तबारिक हुसैन ने कहा कि पैगम्बर मौहम्मद साहब के जीवन से सभी को प्रेरणा मिलती है। उन्होंने दीन दुखियों की मदद कर सादगी से अपना जीवन व्यतीत किया।

उनकी बतायी हुई सुन्नतों का एहतराम करते हुए इस्लाम की पाकीजगी को बनाए रखें। एक दूसरे के साथ इंसानियत का पैगाम देते हुए सच्चे मन से खुदा की तिलावत करें। कारी सद्दाम हुसैन ने हदीस व कलाम पाक की बुनियादी चीजों को लोगों के समक्ष रखते हुए कहा कि सच्चाई पर चलकर अपना जीवन बिताना चाहिए।

दीन दुखियों की मदद के लिए हमेशा अपना योगदान देते रहें। झूठ फरेब से सभी को बचना चाहिए। मुसलमानों को आपस में प्यार मौहब्बत व भाईचारे का संदेश देना चाहिए।

गलत बातों से तौबा करें

अली मस्जिद इमाम व मुफ्ती शाहनवाज आलम रिजवी निजामत के दौरान जलसे में शिरकत करने वाले लोगों को बताया कि खुदा का डर सभी के दिल में होना चाहिए। गलत बातों से तौबा करें। इस्लाम की पाकीजगी को बनाए रखने में सभी को मिलजुल कर कार्य करने चाहिए।

कलाम पाक की अधिक से अधिक तिलावत करें। उन्होंने कहा कि दीन दुनिया की तालीम सभी को लेनी चाहिए। मुफ्ती शाहनवाज ने पांचो वक्त की नमाज का महत्व बयां करते हुए कहा कि नमाज इस्लाम की पहली सीढ़ी है।

सभी को पाबंदी के साथ पांचों वक्त की नमाज अदा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एकता व भाईचारे को लेकर मुस्लिम समाज को अच्छी मिसालें पेश करनी चाहिए।

मेवात से आए मुफ्ती इश्हाक अहमद साहब ने अपनी तकरीर में कुराने पाक की शिक्षाओं पर रोशनी डालते हुए कहा कि मुसलमानों को नमाज से पहले परहेजगारी पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

इस्लाम की पाकीजगी को बारीकी से समझाया

दीन दुखियों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास करने चाहिए। इंसानियत का पैगाम देते हुए इस्लाम की पाकीजगी को बारीकी से समझाया।

इस्लाम की शिक्षाओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए इस तरह के दीनी जलसे लगातार आयोजित किए जाने चाहिए। जलसे में कलाम पाक की तिलावत व दुआओं में सभी ने हिस्सा लिया।

इस अवसर पर अली मस्जिद कमेटी के शौकत मंसूरी, नूर आलम, वसीम अहमद, इमरान, छम्मन पीरजी, नजीर अहमद, कारी गुलाम मुस्तफा, आकिल, सैय्यद सुब्हान अली, अख्तर, सैय्यद बुरहान अली, अनवर अली, मेहताब आलम, परवेज आलम, साजिद मंसूरी, फकीरा खान, सद्दन मंसूरी आदि ने जलसे में शिरकत करने वाले सभी मेहमानों का स्वागत किया।

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