नई दिल्ली। कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री डी शिवकुमार के घर हुई छापेमारी के मामले पर राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। राज्यसभा में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जहां कांग्रेस विधायक छिपे हैं, वहाँ पर कुछ नहीं हुआ है, केवल एक मंत्री के घर पर छापा पड़ा है, रिसॉर्ट पर छापा नहीं पड़ा। उन्होंने कहा कि केवल वहाँ पर छापे नहीं पड़े हैं, बल्कि 39 और स्थानों पर छापे पड़े हैं।
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कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि छापे की टाइमिंग और जगह पर सवाल खड़े होते है। उन्होंने कहा कि यह कोई संयोग नहीं है कि इस तरह के छापे पड़े। वहीं कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पहले ही गुजरात में भय का माहौल था, अब ये माहौल दक्षिण राज्यों में भी दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि यह छापेमारी आज ही क्यों हुई? यह एक बड़ा सवाल है? गलाम नबी ने कहा कि भाजपा, विधायकों को 15 करोड़ रुपये बांट रही है, उन पर कार्यवाही होनी चाहिए। इस तरह से राज्यसभा के चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश हो रही है। चुनाव आयोग को सही विकल्प करवाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। कर्नाटक में इंकम टैक्स छापे को लेकर कांग्रेस के सांसदों ने लोकसभा से वाकआउट किया। कांग्रेसी नेता मलिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भारत सरकार बदले की कार्रवाई कर रही है। जिसके तहत गुजरात में राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए ऐसा कर रहा है।
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वहीं इसके जवाब में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कर्नाटक में आयकर छापे के गुजरात में राज्यसभा चुनाव से कोई लेना देना नहीं है, कई स्थानों पर यह छापे चल रहे हैं।दुसरी तरफ खड़गे बोले कि हम वित्त मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं, यह राजनीति द्वेष के कारण की जा रही है, सरकार कांग्रेस के एक नेता को चुनाव में हराना चाहती है, उसके बाद कांग्रेस के सांसद वेल में आ गए और फिर उन्होंने हंगामा के बीच लोकसभा से वाकआउट कर दिया। इसके जवाब में संसदीय कार्यमंत्री अंत कुमार ने कहा कि कांग्रेस झूठ बोल रहा है। उनके गुजरात के विधायक कर्नाटक के रिसॉर्ट में मौज मस्ती कर रहे हैं। मंत्री अंत कुमार ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी को जवाब देना चाहिए।
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