Dear in your memory
मन में बस एक चाहा है,
होठों पर फरियाद,
सावन के मधुमास में
प्रिय तुम्हारी याद (Dear in your memory )।

चंदा के संग चांदनी,
पानी के संग मीन
पिया गए परदेस में
हम हुए अति दिन।
रीत अनोखी प्रीत की
जाने चांद चकोर
बिन बांधे बंधी रहे
सदा प्रीत की डोर।
भंवरा देकर फूल को
करे द्वास परिहास
प्रेम श्रेष्ठ सर्वत्र है
क्या धरती आकाश।
तपती दुपहरी जेठ कि
बादल गऐ विदेश
अब सावन में लाएंगे
साजन का संदेश।।