देहरादून। महिलाओं में जरूरत से ज्यादा टाईट कपड़ों का पहना जाना आज एक स्टाईल सिंबल बन गया है। इस पहनावे की देखा देखी में आज भारतीय मूल की औरतें भी जरूरत से ज्यादा चिपकने वाली पोशाकों को पहने में किसी भी प्रकार की झिझक नही करती हैं। मगर जरूरत से ज्यादा टाइट कपड़े पहने जाने के पीछे छिपी बात को भी उजागर करना अब जरूरी हो गया है।
हर बार नये वस्त्र खरीदे जाने से पहले इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि आपकों किस प्रकार के कपड़े सूट करते है और वर्तमान में फैशन की दुनिया में क्या चल रहा है। चाहे बात स्क्निी जीन्स की हो तो फिर उस प्रकार की जीन्स पहननी चाहिय जो आपकों एक अनोखे स्टाइल के साथ साथ अपके शरीर को पूरा आराम दे सके।
कभी भी जरूरत से ज्यादा फिट कपड़ों को नही पहनना चाहिए क्योंकि टाइट कपड़ों को पहने जाने से शरीर की मांस पेंशियों में उत्पन्न होने वाला तनाव आपकी सेहत को प्रभावित कर सकता है। जिन लोगों का पेट उभरा हुआ होता है, उन्हें हमेशा ढीले-ढाले कपड़ों को पहनना चाहिए क्योंकि शरीर से चिपकने वाले कपड़ों के कारण मोटी कद-काठी के लोगों के शरीर की मांस पेशियों में एठन हो सकती है।
औरतों के साथ-साथ मर्दों में भी बढ़ता टाइट कपड़ों का प्रचलन उनके प्राईवेट पार्टस को प्रभावित कर रहा है। डाॅक्टरों ने बीमारी को कम्पार्टमेंट सिंडाॅम का नाम दिया जिसके कारण पुरूषों के गुप्त अंगों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।डाॅक्टरों द्वारा दिये गये परार्मश के अनुसार महिलाओं व पुरूषों को उसी प्रकार की पोशाक को पहना चाहिए जो उनके शरीर के ढांचे को मुसीबत के बजाए सहुलियत व आराम प्रदार करा कर सके।