मोहब्बत का असर होगा
गलत फहमी में मत रहना,
वो बदलेगा दिन अपना
गलत फहमी में मत रहना।
तसल्ली भी उसे देना
ये मुम्किन है मैं लौट आंउ,
मगर ये भी उसे कहना
गलत फहमी में मत रहना।
तुम्हारा था तुम्हारा हूं
तुम्हारा ही रहुंगा मैं,
मेरे बारे में इस तरह
गलत फहमी में मत रहना।
मोहब्बत का भ्रम टूटा तो
अब चुप चाप क्यों रोते हो,
तुम्हे हमने कहा था न
गलत फहमी में मत रहना।।
मेरे हमसफर तूझे जीतना
तुझे खो देने से अजीब था,
तेरी बेरूखी तेरी सादगी
तेरा अपनापन भी अजीब था।
तुझे पा कर भी खो देते शायद
तू आना परसत भी अजीब था,
मेरी वफा का ना सिला दिया
तू बेवफा भी अबजी था।।
बेवफा शायरी : ये तुम से कह दिया किस ने कि तुम बिन रह नहीं सकते