ये तुम से कह दिया किस ने,
कि तुम बिन रह नहीं सकते,
यह दुख, हम सेह नहीं सकते
चलो, हम मान लेते हैं
कि तुम बिन, हम बहुत रोय
की रातों को न सोये
मगर, अफसोस है जाना
कि अब की तुम जो लुट गये
हमें तब्दील पाओगे
बहुत मायूस होंगे तुम
कि अगर पूछना चाहो कि,
ऐसा क्यों किया हम ने
तो सुन लो गौर से जां
पुरानी एक रिवायत तंग आकर तोड़ दी हमने
मोहब्बत छोड़ दी हम ने
हां मोहब्बत छोड़ दी हमने