मुंबई दीपावली के मौके पर अभिनेता माधवन अपने पूरे परिवार के साथ जापान की यात्रा पर गए थे। वहां टोकियो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में उनकी तमिल फिल्म इरुधी सुत्तरु को दिखाया गया था।
टोकियो से लौटने के बाद वहां के अनुभवों के बारे में माधवन ने बताया कि पफेस्टिवल में फिल्म को मिले रेस्पांस को देखकर वे अभिभूत हो गए। उनका कहना था कि उनको उम्मीदों से कहीं ज्यादा अच्छा रेस्पांस मिला। भारत में बाक्सिंग के खेलों की बुरी हालत के बीच एक गुस्सैल कोच और एक न्यूकमर बाक्सर को सफलता के आसमान पर पंहुचाने की इस कहानी को हिंदी में साला खड़ूस के नाम से रिलीज किया गया था, लेकिन साउथ के मुकाबले हिंदी क्षेत्रों में फिल्म उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी थी। राजकुमार हीरानी ने साला खड़ूस को अपनी प्रोडक्शन कंपनी में बनाया था।