रुद्रप्रयाग । केदारनाथ में उमड़ रहे श्रद्धालुओं के सैलाब से प्रशासन की बेचैनी बढ़ी हुई है। प्रतिदिन दस हजार से ज्यादा यात्री बाबा केदार के दर्शनों को आ रहे हैं। ऐसे में यहां रात्रि विश्राम करने वालों की तादाद में भी इजाफा हुआ है। केदारनाथ में कुल मिलाकर छह से सात हजार यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था है। यात्रियों की संख्या बढ़ने के बाद रात को पुलिस गश्त कराई जा रही है, इसमें देखा जा रहा है कि कोई यात्री खुले में तो नहीं है। गौरतलब है कि तीन मई को कपाट खुलने के बाद से अब तक एक लाख 38 हजार यात्री दर्शन कर चुके हैं।
इन दिनों केदारनाथ में दिन का तापमान 18 से 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास है, जबकि रात को एक डिग्री। कभी-कभी रात में तापमान शून्य से भी नीचे चला जाता है। ऐसे में प्रशासन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि कोई भी यात्री खुले में रात न बिताए। शनिवार को केदारनाथ से लौटे बदायूं (उत्तर प्रदेश) से आए सेवानिवृत्त दरोगा रामरतन सिंह ने बताया कि शुक्रवार की रात बारह बजे तक वह रात बिताने का ठिकाना तलाशते रहे, तब एक पुलिस कर्मी की मदद से एक डबल बेड का इंतजाम हो पाया। पटना से परिवार सहित आए हरिकिशन यादव ने बताया कि उन्हें भोजन के लिए दो घंटे लाइन में खड़ा रहना पड़ा।
उन्होंने कहा कि शौचालयों की संख्या भी कम पड़ रही है। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि वर्तमान में गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) की ओर से चार हजार यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था है। इसके अलावा मंदिर समिति और तीर्थपुरोहितों की ओर से भी ढाई से तीन हजार यात्रियों की व्यवस्था की गई है। बावजूद इसके यात्रियों की बढ़ती तादाद के मद्देनजर जीएमवीएन को 100 टेंट और लगाने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम को रात 12 बजे तक गश्त करने के निर्देश दिए हैं, ताकि कोई यात्री खुले में रात न बिताए। ऐसे यात्रियों के रात्रि विश्राम की व्यवस्था की जाएगी।