महिला एफबीआई एजेंट भी आईएस लड़ाके की प्यार में गिरफ्तार

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न्यूयॉर्क। अमेरिकी समाचार चैनल ‘सीएनएन’ ने अपनी एक रिपोर्ट में खुलासा किया है कि एफबीआई की एक अधिकारी ने आईएस के आतंकवादी से शादी कर ली थी जिसकी जांच में इसे तैनात किया गया था।
डीनियाला ग्रीन नामक इस महिला को एफबीआई ने 2011 में बतौर अनुवादक भर्ती किया था और इसे जर्मन भाषा को अंग्रेजी में अनुवाद करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जनवरी 2014 में इसे आइएस एक खतरनाक और मोस्ट वांटेड जर्मन मूल आतंकवादी ‘‘डेनिस मामादो कसपरट’’ उर्फ ​​‘एबोतलाह जर्मन’’ से पूछताछ करने वाली टीम में शामिल किया गया ताकि वह एफबीआई जांचकर्ताओं के साथ इस आतंकवादी के ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रख सके और सामाजिक मीडिया पर जर्मन भाषा में व्यक्त विचार और वीडियो अंग्रेजी में अनुवाद करके अमेरिकी अधिकारियों के अवगत करा सके।
यह तो पता नहीं कि 38 वर्षीय डीनियाला ग्रीन कैसे एबोतलाह जर्मन के सीधे संपर्क में आई लेकिन इतना जरूर पता चला है कि वह इस वीडियो और सोशल मीडिया पोस्ट अंग्रेजी में अनुवाद करने के दौरान ही उसकी मोहब्बत में गिरफ्तार हो गई थी और शायद किसी गुप्त स्काइप अकाउंट के माध्यम से बातचीत भी करती रहती थी।
वह एबोतलाह जर्मन से इतना प्रभावित हुई कि जून 2014 में अपने माता-पिता से म्यूनिख में मिलने का बहाना करके वहां जा पहुंची जहां उसने एबोतलाह शादी कर ली लेकिन जल्द ही उसे अपनी गलती का एहसास हो गया और वह शाम से बच कर अगस्त 2014 में अमेरिका वापस आ जहां एफबीआई ने राज्य से गद्दारी और एक मोस्ट वांटेड आतंकवादी से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
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दिसंबर 2014 में उस पर अभियोग लगा दी गई लेकिन अपनी हिरासत के दौरान डीनियाला ने अमेरिकी अधिकारियों से भरपूर सहयोग किया, जिस पर उसे दो साल बाद, अगस्त 2016 में रिहा कर दिया गया। हालांकि सीएनएन इस रिपोर्ट में डीनियाला ग्रीन संबंधित कई सरकारी दस्तावेज दिखाई गई हैं लेकिन किसी भी संभावित खतरे के मद्देनजर इस महिला मूल तस्वीर पेश नहीं किया गया।
डेनिस मामादो कसपरट उर्फ एबोतलह जर्मन जो तब भी अमेरिका को मोस्ट वांटेड आतंकवादियों में शामिल है, अतीत में जर्मनी का एक नास्तिक रैपर हुआ करता था जो 2006 में एक दुर्घटना के बाद इस्लाम धर्म की ओर आकर्षित हो गया। 2011 में इस्लाम स्वीकार करने के बाद जल्द ही वह आईएस में शामिल हो गए और जर्मनी से पश्चिम ले गया। अपने ‘‘अद्वितीय जिहादी तरानों’’ की बदौलत वह आईएस के क्षेत्रों में तेजी से लोकप्रिय होता चला गया।
2012 में वह आईएस के प्रमुख नेता बन गया जिसे इंटरनेट और सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को आईएस आकर्षित करने और नए लोगों की भर्ती करने का काम सौंपा गया। यह भी पता चला है कि सीरिया में अमेरिकी सेना के हमलों में भी वे किसी न किसी तरह बचने में सफल होता रहा और अब तक अमरीका को मोस्ट वांटेड वैश्विक आतंकवादियों में उसका नाम शामिल है।