आदमखोर गुलदार पिंजड़ें में फंसा, लोगों ने ली राहत की सांस

अल्मोड़ा । गत दिनों गधोली गांव में एक सात वर्षीय बालिका को मारने वाला आदमखोर गुलदार आंखिरकार वन विभाग द्वारा लगाये गये पिंजड़े मे पफंस ही गया। शनिवार सुबह 6 बजे गशत के दौरान वन विभाग की टीम को यह गुलदार पिंजड़े में पफंसा मिला। गुलदार को यहां तेंदुआ आवास मलाकर रख दिया गया है। आदमखोर के पकड़े जाने से आम जनता ने राहत की सांस ली है और तीन दिन से चल ही दहशत का अंत हो गया है। आज सुबह जब वन क्षेत्राधिकारी मोहन राम आर्य, डिप्टी रेंजर दीपक पंत, फोरेस्टर मदन मोहन पांडे, वन रक्षक किशोर चंद्र सहित आधे दर्जन से अधिक कर्मचारियों की टीम गधोली गांव के निकट गशत पर पहुंचे तो उन्हें पिंजड़े में गुलदार फंसा हुआ मिला। गुलदार की उम्र करीब 7-8 साल बताई जा रही है और यह पूरी तरह स्वस्थ है।

वन कर्मियों की टीम तत्काल इस गुलदार को यहां एनटीडी स्थित तेंदुवा आवास ले आई। जहां उसे जन सुरक्षा के लिहाज से हमेशा के लिए बाड़े में रखा जायेगा। इधर आतंक का पर्याय बन चुके इस गुलदार के पकड़े जाने से ग्रामीणों ने संतोष जताया है। इस मामले में वन विभाग ने काफी तत्परता दिखाई और आदमखोर बन चुके इस गुलदार को पकड़ने के लिए बिना समय गंवाये पिंजड़ा लगा दिया। यदि यह गुलदार पकड़ा नहीं जाता तो संभावना जताई जा रही थी कि यह फिर किसी इंसान पर हमला कर सकता है। ज्ञात रहे कि गत बृहस्पतिवार को इस गुलदार ने गधोली गांव में घर के आहते से ही सात वर्षीय नन्ही बालिका रीता पुत्री स्व. अर्जन राम को मार डाला था। पीड़ित परिवार को अब तक कुल 60 हजार की मदद मिल चुकी है। साथ ही 2.50 लाख की मदद अगले सप्ताह तक मिल जाने की उम्मीद है।