पिथौरागढ़। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत दिव्यांग बच्चों की शिक्षा के लिए तैनात किए गए शिक्षकों को एक वर्ष से मानदेय नहीं मिला है। आर्थिक तंगी से जूझ रहे शिक्षकों ने अविलंब मानदेय दिए जाने की मांग की है। जिला मुख्यालय में हुई एक बैठक में शिक्षकों ने कहा कि दिव्यांग विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए वे समर्पित भाव से कार्य कर रहे हैं। इसके बावजूद उनकी उपेक्षा की जा रही है। पिछले एक वर्ष से मानदेय नहीं मिलने से आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। कर्ज लेकर उन्हें परिवार पालना पड़ रहा है। शिक्षा के साथ ही समय-समय पर लगने वाले स्वास्थ शिविर, दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने, कृत्रिम अंग उपलब्ध कराने, सहायक उपकरण दिलाने का महत्वपूर्ण कार्य भी उनके द्वारा किया जा रहा है।
इसके बावजूद उनकी सुध नहीं ली जा रही है। शिक्षकों ने एक वर्ष का मानदेय दिए जाने, प्रत्येक माह मानदेय वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित करने, निर्धारित मानदेय दिए जाने, आउटसोर्सिग एजेंसी से हटाकर सीधे विभागीय संविदा में लिए जाने की मांग बैठक में उठाई गई। बैठक में विनोद पांडेय, अवधेश सिंह, मिट्टी लाल, कमलेश, हिमांशु आदि मौजूद थे।