वेतन न मिलने के विरोध में शिक्षकों ने किया कार्य बहिष्कार

Teacher Work boycott
वेतन न मिलने के विरोध में शिक्षकों ने किया कार्य बहिष्कार Teacher Work boycott

देहरादून । अशासकीय डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों को तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। इससे गुस्साए शिक्षक कार्य बहिष्कार (Teacher Work boycott) पर चले गए हैं। पिछले चार दिन से शिक्षक काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन कर रहे थे। आज डीएवी, डीबीएस, एमकेपी, एसजीआरआर, डीडब्ल्यूटी समेत कई महाविद्यालयों में शिक्षक कार्य बहिष्कार पर रहे। इससे कॉलेजों में शिक्षण कार्य ठप हो गया।

प्रदेश के ज्यादातर अशासकीय महाविद्यालयों में शिक्षक और कर्मचारियों को तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। इस सत्र में शिक्षकों को ना तो दिवाली ना होली पर वेतन मिला। वेतन न मिलने के कारण शिक्षकों और कर्मचारियों में रोष है। डीएवी, डीबीएस, एमकेपी समेत प्रदेश के कई आशासकीय महाविद्यालयों में तीन महीने से वेतन ना मिलने के कारण प्राचार्य से लेकर चपरासी तक परेशान हैं।

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वहीं एसजीआरआर पीजी कालेज के शिक्षकों को केवल एक महीने का वेतन दिया गया है। शिक्षकों व कर्मचारियों को दिसंबर से फरवरी तक का वेतन नहीं मिला है। डीबीएस शिक्षक संघ अध्यक्ष डा. सोनू द्विवेदी ने कहा कि तीन महीने से शिक्षकों को वेतन के नाम पर केवल आश्वासन दिया जा रहा है।

दिवाली पर भी वेतन नहीं मिला था

दो हफ्ते पहले उच्च शिक्षा निदेशक सविता मोहन से हुई बात में उन्होंने होली से पहले वेतन जारी करने का आश्वासन दिया था, लेकिन होली भी निकल गयी है, अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। डीएवी के विधि विभागाध्यक्ष डा. पारुल दीक्षित ने बताया कि दिवाली पर भी वेतन नहीं मिला था। होली पर भी वही स्थिति रही।

उत्तरांचल विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक महासंघ (फुक्टा) के महामंत्री डा. वीसी पाण्डेय ने कहा कि ऐसी स्थिति में शिक्षकों को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। एसजीआरआर के डाॅ. एचबी पंत ने कहा कि तीन महीने बाद एक महीने का वेतन मिला है। शिक्षक बच्चों की फीस, राशन, बैंक की किश्तें चुकाने में असमर्थ हो गये हैं। अगले दो महीने टैक्स रिटर्न और बजट की कमी के चलते वेतन नहीं दिया जायेगा। हालात ऐसे ही रहे तो शिक्षक व कर्मचारियों का काम करना मुश्किल हो जायेगा।

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