पंडित भजन सोपोरी ने संतूर वादन से किया मंत्रमुग्ध

Santoor Instrument
पंडित भजन सोपोरी ने संतूर वादन से किया मंत्रमुग्ध Santoor Instrument

देहरादून। स्पिक मेके देहरादून के तत्वावधान में कश्मीर के सूफियाना घराने से प्रसिद्ध कलाकार पंडित भजन सोपोरी ने संतूर वादन ( Santoor Instrument ) की प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध किया। वैंटेज हाॅल स्कूल सेलाकुई व वेल्हम ब्वाॅयज स्कूल में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ।

कार्यक्रम में पंडित भजन सोपोरी के साथ तबले पर मिथिलेश झा, रोशन अली खान ने सुर संतूर व ऋषि शंकर उपाध्याय ने संगत दी। कश्मीरी वाद्ययंत्र संतूर 72 तारों वाला संगीत वाद्य यंत्र है। यह ईरान का राष्ट्रीय संगीत वाद्य यंत्र भी है। भजन सोपोरी विविधता से भरे कलाकार और संगीतकार ही नहीं बल्कि संगीत के प्रसिद्ध वैज्ञानिक, शिक्षक, लेखक व कवि भी हैं।

इन्हें ’स्ट्रिंग्स का राजा’ व संतूर का संत’ भी कहा जाता है

संतूर बजाने में दक्षता के कारण इन्हें ’स्ट्रिंग्स का राजा’ व संतूर का संत’ भी कहा जाता है। सभी भारतीय भाषाओं में लगभग 5 हजार गीतों के लिए उन्होंने संगीत रचना की है। शास्त्रीय संगीत में राग लालेश्वरी, राग पटवानी व राग निर्मलरंजनी की रचना भजन सोपोरी ने की है।




वह कश्मीर के सुफियाना घराने के संगीतकार हैं। भजन सोपोरी ने सितार व संतूर में विशेषता हासिल करने के साथ-साथ वाशिंगटन विश्वविद्यालय, संयुक्त राज्य अमेरिका, सेंट लुइस आदि विश्वविद्यालयों में पश्चिमी शास्त्रीय संगीत का भी अध्ययन किया है। संगीत में विशेष योगदान के लिए उन्हें पद्मश्री, संगीत नाटक अकादमी, जम्मू व कश्मीर राज्य पुरस्कार व अन्य कई पुरस्कारों से नवाजा गया है। इस अवसर पर छात्र-छात्राएं टीचर्स व अन्य लोग उपस्थित रहे।

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