भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद साक्षी महाराज ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। साक्षी महाराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कब्रिस्तान वाले बयान पर असहमति जताई है। उन्होंने कहा है कि कब्रिस्तान से जगह की बर्बादी होती है, इस लिए मुसलमानों को अंतिम संस्कार के रूप में जलाना चाहिए।
साक्षी महाराज ने कहा, “चाहे नाम कब्रिस्तान हो या श्मशान हो, दाह होना चाहिए। किसी को गाड़ने या दफ़नाने की आवश्यकता नहीं है। पांच करोड़ साधू हैं सबकी समाधि लगे तो कितनी जमीन जाएगी। 20 करोड़ मुस्लिम हैं सबको कब्र चाहिए इसके लिए हिंदुस्तान में जगह कहां मिलेगी।”
उसके बाद उन्होंने कहा, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात सहमत नहीं हूं। मैं इसे कतई स्वीकार नहीं करता कि कब्रिस्तान और शमशान बराबर में बनना चाहिए। कब्रिस्तान बनना ही नहीं चाहिए, में इस बात सहमत नहीं हूं अगर कब्रिस्तानों में हिंदुस्तान की सारी-की-सारी जमीन चली जाएगी तो खेती-खलिहान कहां होंगे?”
गौरतलब है कि साक्षी महाराज पहले भी मुसलमानों के खिलाफ विवादित बयान देते रहे हैं। बीते एक महीने पहले 6 जनवरी को उन्होंने कहा था कि मुसलमानों की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है और इसलिए देश की समस्याएं भी बढ़ रही हैं। लेकिन हिंदू इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं। इसके लिए वे जिम्मेदार हैं, जो चार पत्नी और 40 बच्चे की बात करते हैं।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी के फतेहपुर में एक चुनाव रैली में कहा था कि अगर किसी गांव को कब्रगाह के निर्माण के लिए कोष मिलता है, तो उस गांव को श्मशान की जमीन के लिए भी कोष मिलना चाहिए। अगर आप ईद में बिजली की आपूर्ति निर्बाध करते हैं, तो आपको दीपावाली में भी बिजली की आपूर्ति निर्बाध करनी चाहिए। इसके अवाला उन्होंने अखिलेश सरकार पर पक्षपात करने का आरोप लगाया था।