उत्तराखंड और मेरे परिवार के बीच कुर्बानी का रिश्ता : राहुल

Rahul gandhi in Dehradun

Rahul gandhi in Dehradun

आज देश को बांटा जा रहा, कमजोर किया जा रहा
हेलीकॉप्टर, हवाई जहाज से नही, नागरिकों से मजबूत होता है देश
पूरी केंद्र सरकार दो-तीन पूंजीपति चला रहेः कांग्रेस

देहरादून। Rahul gandhi in Dehradun कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को उत्तराखण्ड की अस्थाई राजधनी देहरादून के ऐतिहासिक परेड ग्राउंड में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि मेरी दादी और पिता देश के लिए शहीद हुए, जो कुर्बानी उत्तराखंड के लोगों ने दी, मेरे परिवार ने भी दी है।

उत्तराखंड के सैन्य परिवार इसे समझते हैं। जिस परिवार या व्यक्ति ने कुर्बानी नहीं दी, वह इसे कभी नहीं समझ सकते। राहुल गांधी ने अपने 37 मिनट के भाषण में उत्तराखण्ड की सैन्य परंपराओं का उल्लेख करने के साथ ही अपने परिवार की कुरबानियों को बताते हुए कहा कि आज देश को बांटा जा रहा है, कमजोर किया जा रहा है।

एक भाई को दूसरे भाई से लड़ाया जा रहा है। पूरी सरकार दो तीन पूंजीपतियों के लिए चलाई जा रही है। काले कानून, किसानों के खिलाफ उनकी मदद नहीं उन्हें खत्म करने को बनाए गए थे।

किसान न डरे और न पीछे हटे। जिसके एक साल बाद प्रधानमंत्री हाथ जोड़कर कहते दिखे कि गलती हो गई, माफी मांगता हूं। जो 700 किसान शहीद हुए, उनके बारे में भाजपा के नेता सदन में कहते हैं कि किसी की मृत्यु नहीं हुई। पंजाब सरकार ने 400 किसानों को मुआवजा दिया, लेकिन केंद्र सरकार ने नहीं दिया। भारत के किसानों की आमदनी उनसे छीनी जा रही थी।

गुरुवार को दोपहर एक बजकर 44 मिनट पर राहुल गांधी देहरादून पहुंचे। यहां विजय सम्मान रैली में राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। वहीं उत्तराखंड और अपने परिवार के बीच कुर्बानी का रिश्ता भी जोड़ा।

सबसे पहले सीडीएस रहे जनरल बिपिन रावत को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद राहुल गांधी ने पूर्व सैनिकों को स्मृति चिन्ह देकर उनका सम्मान किया। राहुल ने देहरादून में गुजारे दिनों को याद करते हुए कहा कि आज यहां आकर मुझे वो दिन याद आया जब 31 अक्टूबर को मेरी दादी इस देश के लिए शहीद हुईं थी।

पूरी सरकार 2-3 लोगो के लिए चलाई जा रही : Rahul Gandhi

मेरी दादी को 32 गोलिया मारी गई। फिर मुझे 21 मई का दिन याद आया, जिस दिन मेरे पिता इस देश के लिए शहीद हो गए। मेरा और आपका कुर्बानी का रिश्ता है। जो कुर्बानी के उत्तराखंड के हजारों परिवारों ने दी है। वही कुर्बानी मेरे परिवार ने दी है। जिन लोगों ने अपनों को खोया है, वह इस रिश्ते को अच्छी तरह समझेंगे। जो सेना में हैं उन्हें यह बात गहराई से समझ आएगी।

राहुल ने कहा कि हर एक हुन्दुस्तानी ने मिकर 1971 में भारत को जीत दिलाई, देश वासियों ने अपने घरों का सोना सेना को दे दिया, हमारी सेना ने सीमा पर जाकर अदभुत कार्य किया, अगर भारत वासी आपस मे लड़ रहे होते तो जीत न होती, पाकिस्तान में लड़ाई थी, वहां लोग आपस मे लड़ रहे थे, भारत जब एक साथ होता हैं तो अमरीका भी वापस चला जाता है।

उन्होने कहा कि साहस की धनी इदिंरा ने उस समय सेना के पराकर्म से 13 दिन में पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दुनिया में भारत का लोहा मनवाया, दुनिया का नक्शा बदल दिया। आज देश को कमजोर किया ज रहा हैं, भाई को भाई से लड़ाया जा रहा हैं पूरी सरकार 2-3 लोगो के लिए चलाई जा रही हैं।

3 काले कानून किसानों के खिालाफ बने गये, देश के किसानों को बर्बाद करने के लिए ,किसान लड़ते रहे, एक साल बाद पीएम को माफी मांगनी पड़ी, भाजपा ने सदन में कहा कि कोई किसान शहीद नही हुआ, हमे लिस्ट दी पंजाब सरकार ने राहत दी, 2 लोगो के लिए काम किया जा रहा हैं, कांग्रेस खड़ी हुई, किसान खड़े हुए, विपक्ष खड़ा हुआ सरकार को बिल वापस लेना पडा।

राहुल ने 2022 में कांग्रेस को जिताने का आह्वान किया। इस मौके पर राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणू गोपाल, पूर्व सीएम हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, राष्ट्रीय सचिव काजी निजामुद्दीन, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र सिंह यादव, सहप्रभारी राजेश धमार्णी, दिपीका सिंह पाण्डे, पूर्व पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, यशपाल आर्य, प्रकाश जोशी, करन माहरा, फुरकान अहमद आदि मौजूद रहे।

हिंदुस्तान में केवल एक ही व्यक्ति ने गंगा स्नान किया?

प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि गंगा में बहुत लोगों ने स्नान किया, लेकिन ऐसा लगता है कि हिंदुस्तान में केवल एक ही व्यक्ति ने गंगा स्नान किया है। वहां योगीजी को परमिशन नहीं दी, बाकी का तो छोड़ो। नरेंद्र मोदी एक ही हिंदुस्तानी हैं जो गंगा में स्नान कर सकते हैं।

राहुल ने कहा कि रोजगार उत्तराखंड में तब आएगा जब छोटे व्यापारियों की मदद होगी। दो-तीन पूंजीपतियों को पूरा धन देने से उत्तराखंड आगे नहीं जा सकता। कहा कि जब हमारी सरकार आएगी तो किसानों की मदद होगी, रोजगार देगी, कानून बनाएगी लेकिन किसानों के लिए बनाएगी। इतना कहकर राहुल गांधी ने अपना संबोधन समाप्त कर दिया।

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