नोटबंदी के बाद भी भाजपा के साथ है जनता: विशेषज्ञ

नई दिल्ली । केंद्र सरकार के नोटबंदी के पफैसले के बाद 7 राज्यों की 4 लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों ने कालेधन व भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्णय पर मुहर लगा दी है। हालांकि, पार्टी के मत प्रतिशत में जरूर कमी आई है। बीते मंगलवार को आए उपचुनाव के नतीजों से पता चलता है कि नोटबंदी के बाद मध्य प्रदेश, असम और अरुणाचल प्रदेश में भाजपा की पकड़ बरकरार है। भले संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष नोटबंदी को लेकर हंगामा खड़ा कर रहा है, किंतु जनता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पफैसले के साथ है।

उपचुनाव नतीजों के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि, मैं जनता का धन्यवाद करना चाहता हूं कि उसने भाजपा और उसके विकासोन्मुखी नजरिए के साथ गुड गवर्नेंस पर अपना भरोसा कायम रखा। भाजपा के मत प्रतिशत में आई कमी पर राजनैतिक मामलों के जानकार रमाकांत पांडेय का कहना है कि उपचुनाव में अमूमन मतदान का प्रतिशत कम होता है। अहम यह है कि जीत किसको मिली और किन हालात में जनता ने भाजपा को चुना। उपचुनाव में भाजपा ने मध्य प्रदेश की शहडोल लोकसभा व नेपानगर विधानसभा सीट पर जीत हासिल की है। वहीं, पश्चिम बंगाल की तमलूक, कूचबिहार लोकसभा सीट पर व मंतेश्वर विधानसभा सीट पर तृणमूल कांग्रेस को जीत मिली है। तमिलनाडू में तीनों विधानसभा सीटें सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक को मिलीं। वहीं, अरुणाचल प्रदेश की ह्यूलांग विधानसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री कालिखो पुल की पत्नी दसांगलू पुल भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतीं। असम की लखीमपुर लोकसभा सीट व बैठलांसो विधानसभा सीट पर भाजपा को सपफलता मिली है। इसके अलावा त्रिपुरा की बरजाला विधानसभा सीट माकपा ने कांग्रेस से छीन ली है जबकि खोवाई सीट उसकी झोली में बरकरार रही।