पीएम की अध्यक्षता वाली कैबिनेट कमेटी के प्रावधान क्यों किया नज़रंदाज़

Provisions of the Cabinet Committee headed by PM

देहरादून। Provisions of the Cabinet Committee headed by PM उत्तरकाशी के यमुनोत्री राष्ट्रीय राज मार्ग पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग को 20 फरवरी 2018 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स ने हरी झंडी दी जिसमें स्पष्ट रूप से एस्केप पैसेज का जिक्र है फिर ऐसे में बिना एस्केप पैसेज व आपातकालीन निकासी के निर्माण के बिना प्रधानमंत्री की कमेटी के निर्णय का उलंघन करते हुए कैसे साढ़े चार किलोमीटर की सुरंग बनाई जा रही थी।

यह सवाल शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में एआईसीसी सदस्य व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी व प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से किया। उन्होंने प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में 20 फरवरी 2018 में हुई बैठक के बारे में जारी प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो भारत सरकार के प्रेस नोट को प्रेस को जारी करते हुए पूछा कि इस निर्णय के बाद क्या कारण है कि साढ़े चार किलोमीटर लंबी सुरंग में न तो एस्केप पैसेज न कोई आपातकालीन निकासी का प्रबंध किया गया था?

धस्माना ने कहा कि ऊपर से पांच दिन पूर्व केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री उत्तरकाशी में सिलक्यारा टनल पर प्रेस की और से पूछे गए आपातकालीन निकासी के सवाल पर इस चूक को स्वीकार करने की जगह जनता को गुमराह करने के लिए कह गए कि भविष्य में जो टनल बनेंगी उन में आपातकालीन निकासी की व्यवस्था होगी।

धस्माना ने कहा कि पूरे चारधाम प्रोजेक्ट में सुप्रीम कोर्ट के की और से गठित हाई पावर कमेटी की सिफारिशों की भी अवहेलना की जा रही है और एमसीटी (मेन सेंट्रल थ्रस्ट) वाले संवेदनशील क्षेत्रों में भी 5.5 मीटर की जगह 12 मीटर चौड़ाई का काम किया जा रहा जो भू धसाव और भूस्खलन का बड़ा कारण बन रहा है। उन्होंने सवाल किया कि सुप्रीम कोर्ट की हाई पावर कमेटी के दिशा निर्देशों की अव्हेलना किस की शह पर हो रही है।

धस्माना ने कहा कि सिलक्यारा सुरंग आपदा में जिम्मेदार किन-किन लोगों, एजेंसियों व कार्यदायी संस्थाओं पर अब तक क्या कार्यवाही हुई है इसका जवाब राज्य सरकार व सड़क परिवहन मंत्री को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारे सवालों का जवाब नहीं देती तो इसका साफ मतलब है कि यह एक बड़ा टनल घोटाला है। धस्माना ने कहा कि कांग्रेस राज्य की सबसे बड़ी व जिम्मेदार विपक्षी पार्टी होने के नाते जनता की ओर से सरकार से यह वाजिब सवाल कर रही है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का हर नेता व एक एक कार्यकर्ता ईश्वर से सिलक्यारा सुरंग आपदा में फंसे सभी 41 श्रमिकों के सुरक्षित निकल आने की प्रार्थना कर रहे हैं व रेस्क्यू आपरेशन में लगे सभी देश विदेश के एक्सपर्ट्स, एसडीआरएफ एनडीआरएफ, राज्य पुलिस व सिविल अधिकारी व कर्मचारियों को सदुवाद देते हैं व उनकी मेहनत की सफलता की कामना करते हैं।

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