बलिया। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यहां अपनी चुनावी सभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपाद्ध सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि कोई काम नहीं करना ही प्रधानमंत्री का कारनामा है। अखिलेश ने लखनऊ मेट्रो का जिक्र करते हुए कहा कि रेल मंत्री कहीं आसपास ही होंगे। अगर वह अपने प्रधानमंत्री को मेट्रो में सपफर करवाना चाहते हैं, तो एनओसी भेज दें। इसके अगले ही दिन हम प्रधानमंत्री जी को मेट्रो में घुमा देंगे। अखिलेश ने कहा कि प्रधानमंत्री जी खुद तीन बार गुजरात के सीएम रहे, वहां उन्होंने एक भी मेट्रो नहीं चलवायी।
सपा अध्यक्ष ने एक बार फिर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का उदाहरण देते हुए कहा कि अब यह सड़क गाजीपुर होते हुए बलिया पहुंचने वाली है। इससे बड़ी सड़क किसी ने बनायी हो तो बताये। प्रधानमंत्री जी बता दें कि उन्होंने यूपी में कौन सी सड़क बनायी? उनके किसी मुख्यमंत्री ने इतनी बड़ी सड़क बनाई हो तो बता दो। अखिलेश ने कहा कि मैने कई बार न्यौता दिया, वह मान नहीं रहे। मैं उनसे कहता हूं कि आप एक बार चल कर देख लो, खुद साइकिल का बटन दबाओगे। प्रधानमंत्री कहते हैं कि अखिलेश जी अपना कारनामा बताते हैं। अगर हमारे कारनामें को देखना चाहते हो तो उस सड़क पर आ जाओ। सपा अध्यक्ष ने कहा कि यह सड़क हम इसलिए बना रहे हैं, क्योंकि इससे तरक्की और खुशहाली का रास्ता निकलेगा।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कोई काम नहीं किया केवल सिलेण्डर दिया। हम प्रधानमंत्री जी से बोल रहे हैं, गरीबों को कितने सिलेंडर देंगे? उन्होंने कहा कि कांग्रेस से हमारे गठबंधन ने लोगों का कंफ्यूजन खत्म कर दिया। नोटबंदी के बाद कितना रुपया जमा हुआ, हिसाब दें अच्छे दिन वाले। हम पांच साल का हिसाब दे रहे, वह तीन साल का हिसाब नहीं दे रहे। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि पत्थर वाली सरकार की मुख्यि जब यहां आयेंगी तो बहुत लम्बा भाषण पड़ेंगी। हमारे साथ तो जनता जोश में हैं। लाल टोपी पहनकर लोग जिन्दाबन्द के नारे लगाते हैं। पर वह जब भाषण पढ़ती हैं, और पन्ना पलटती हैं तो जनता सोने लग जाती है। वह विकास की बात कर रही हैं, लेकिन उन्होंने जब जिन्दा रहते अपनी मूर्तियां लगा दी। नाक, कान मुंह सब पत्थर के हैं, तो कौन उन पर भरोसा करेगा। कहने को बुआ हैं, लेकिन उनका यकीन मत करना। न जाने कब भाजपा से कब समझौता कर लें। बुआ बिना पैसे लिए टिकट नहीं देती हैं।
सपा अध्यक्ष ने बलिया के विकास का जिक्र करते हुए कहा कि यहां जितनी सड़क बनी है, समाजवादियों ने बनाकर दी हैं। भाजपा वालों ने कुछ नहीं किया। आकंड़े मंगा लो पता चल जायेगा कि सड़क समाजवादियों ने ही बनायी। उन्होंने कहा कि जिन्होंने ठेका पाया उन्हीं से हमारे प्रत्याशी लड़ रहे हैं। ठेका दिलाने वाले छोड़कर चले गए और अब तो उनकी जोड़ी बन गई होगी। सोचो तो बुआ के घर गये होंगे तो घुटनों के बल बैठे ही होंगे। हमने जमीन पर काम किया है। किसी सरकार ने इतना काम नहीं किया। सपा अध्यक्ष ने कहा कि यह चुनाव का आखिरी दिन है। इसके बाद प्रचार समाप्त हो जायेगा। हमने सड़क बिजली, पानी की व्यवस्था की। 102, 108 एम्बुलेंस पर लोगों भरोसा है। हमारी तो समाजवादी एम्बुलेंस है, भाजपा वाले बतायें कि उनकी कौन सी एम्बुलेंस है। हमने डाॅयल 100 की व्यवस्था की। हम चले जाएं तो उसके बाद पफोन मिला लेना, कि 100 नम्बर उठता है या नहीं। अभी मिलाकर देख लो। आने वाले समय में रोजगार और नौकरी का बड़ा सवाल है। इसलिए उनके प्रशिक्षण के लिए विशेष ट्रेनिंग सेन्टर बनायेंगे। सड़कों के किनारे मण्डियां बनायी जायेंगी, जिससे किसानों को लाभ मिलेगा। अखिलेश यादव ने कहा कि हमने पुलिस भर्ती को आसान किया है। केवल 10वीं और 12वीं के नम्बर और दौड़ के आधार पर भर्ती करेंगे। इसके साथ ही हमने 55 लाख महिलाओं को पेन्शन दी। लोहिया आवास दिया। अब सभी को एक हजार रूपए महीना पेन्शन देंगे। प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाई का इन्तजाम किया। अभी ड्रेस, बर्तन, बैग, दूध-फल दिया, अब एक मिल्क पाउडर और देशी घीं देंगे। उन्होंने कहा कि जिन्होंने आपको लाइन में लगाया।
अब एक बार फिर लाइन में लगकर इन्हें सबक सिखाओ। इसलिए समाजवादियों की सरकार बनाई। सपा अध्यक्ष ने कहा कि हम यहां रसड़ा की चीनी मिल चलवाइ। 09 महीने के अन्दर आजमगढ़ की चीनी मिल चलायी। यहां की चीनी मिल भी चलेगी। हमने इन्तजाम कर दिया है। टेण्डर करके दे दिया। चुनाव आयोग की तारीख नहीं आती तो काम पहले ही हो गया होता। उन्होंने कहा कि अगर विशेष सुविधा देनी पड़ी और चैड़ी सड़क से जोड़ना पड़ा, तो जोड़ेंगे। रसड़ा को आदर्श विधानसभा बनायेंगे। आप सरकार बनाओ हम इसे आदर्श विधानसभा बनायेंगे। अखिलेश ने कहा कि हमने बिजली में सुधार करने का काम किया। अब यह भाजपा वाले बिजली को भी हिन्दु-मुसलमान में बांट रहे हैं। होली और रमजान में बांट रहे हैं। जब से हमने हिसाब-किताब दिया, तब से प्रधानमंत्री जी के भाषण ये गायब हो गया है। प्रधानमंत्री ने काशी के मामले में अभी तक कसम भी नहीं खायी।