गोपेश्वर । चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले एक बार फिर प्रशासन को पीआरडी जवानों की याद आ गई है। विधानसभा चुनाव डड्ढूटी के बाद बेरोजगार हुए पीआरडी जवान यात्राकाल में पुलिस के साथ कानून व्यवस्था बनाने में मदद करेंगे। साथ ही यात्रियों को पर्यटन व धार्मिक स्थलों की जानकारी भी मुहैया कराएंगे। चमोली जिले में 300 से अधिक पीआरडी जवान हैं। इनमें तकरीबन 250 विभाग से प्रशिक्षित हैं, जबकि अन्य अप्रशिक्षित। पीआरडी जवानों से सुरक्षा व कानून व्यवस्था, चुनाव डड्ढूटी के साथ-साथ विभागीय कार्यों में भी मदद ली जाती है, परंतु इन जवानों को आज तक सालभर की नौकरी जिला युवा कल्याण विभाग मुहैया नहीं करा पाया है।
चमोली जिला तीर्थाटन के लिहाज से महत्वपूर्ण है। आगामी छह मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने हैं। 25 मई को ही हेमकुंड साहिब के कपाट भी खोले जाने हैं। यात्राकाल के दौरान पुलिस प्रशासन के साथ यात्रियों की मदद समेत कानून व्यवस्था बनाने के लिए इस बार भी प्रशासन पीआरडी जवानों का सहयोग लेगा। पीआरडी संगठन के अध्यक्ष बलवंत ¨सह राणा का कहना है कि जब प्रशासन को जरूरत होती है तब उनकी याद आती है, फिर उन्हें नौकरी से बाहर कर दिया जाता है। जिला युवा कल्याण अधिकारी जीपी थपलियाल ने बताया कि यात्राकाल के दौरान कानून व्यवस्था में मदद के लिए पीआरडी जवानों का सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बजट की कमी के कारण इन जवानों को विभाग सालभर नौकरी नहीं दे पाता है।