पीएम मोदी ने की राज्य की घोर उपेक्षा : गोदियाल

PM Modi grossly neglected the state

PM Modi grossly neglected the state

कांग्रेसियों ने गांधी की प्रतिमा के सामने रखा मौन व्रत
गोदियाल ने प्रधानमंत्री के दौरे को बताया सैरसपाटा
लखीमपुर में जलियांवाला बाग हत्याकाण्ड की याद हुई ताजाः हरीश

देहरादून। PM Modi grossly neglected the state उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर राज्य की घोर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए गांधी प्रतिमा के सामने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नेतृत्व मे एक दिवसीय मौन व्रत का आयोजन कर विरोध प्रकट किया।

मौन व्रत के अंत में प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने प्रधानमंत्री के दौरे को सैरसपाटा बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने दौरे के दौरान राज्य को न तो किसी परियोजना की सौगात दी और न ही यहां के बेरोजगारों के लिए रोजगार देने की दिशा में कोई बात की।

उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने अपनी असंवेदनहीनता को दर्शाते हुए लखीमपुर खीरी में मारे गये किसानों के प्रति संवेदना का एक शब्द तक नहीं कहा। उन्होंने कहा कि जिस स्वास्थ्य संस्थान के लिए आॅक्सीजन प्लांट को राष्ट्र को समर्पित तो किया, मगर उस संस्थान में क्या-क्या परेशानियां हैं उसको जानने का प्रयास भी नहीं किया।

उन्होंने कहा कि अच्छा होता यदि प्रधानमंत्री मोदी ऋषिकेश स्थित एम्स में मेडिकल सीट बढ़ाने की घोषणा करते तो पर्वतीय जनपदों में चिकित्सकों की कमी को पूरा किया जा सकता था।

साथ ही भारत के सबसे बडे मृतप्रायः संस्थान आई.डी.पी.एल. को पुर्नजीर्वित करने के लिए बजट की घोषणा करते तो यहां के हजारों हजार बेरोजगार नौजवानों के लिए रोजगार के रास्ते खुलते। चार धाम के तीर्थ पुरोहित राज्य सरकार की नीतियों से आक्रोषित एवं आन्दोलित हैं।

काले कानूनों के खिलाफ चारों ओर से आवाज उठ रही है

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार बाहुबल व धनबल पर संसदीय प्रणाली व प्रजातंत्र को धता बताते हुए तीनों काले कानून पारित किए गए। आज देशभर में इन काले कानूनों के खिलाफ चारों ओर से आवाज उठ रही है।

सरकार द्वारा अन्नदाता किसान की बात सुनना तो दूर, संसद में उनके नुमाईंदो की आवाज को दबाने तथा सड़क पर आन्दोलनरत किसानों की गाडी से कुचल कर हत्या की जा रही है। उन्होंने कहा आज देशभर में भाजपा शासित राज्यों में अराजकता का माहौल व्याप्त है।

जिस प्रकार जलियांवाला बाग हत्याकाण्ड में अंग्रेज शासकों के इशारे पर निहत्थे आन्दोलनकारियों पर गोलिया बरसाई गई ठीक उसी तर्ज पर लोकतांत्रिक तरीके से विरोध कर रहे किसानों पर भाजपा सरकार के मंत्री के बेटे ने गाडी चढ़ा कर उनकी जान ले ली।

इस मुद्दे पर जब विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा तो विपक्षी दल के नेताओ को झूठे आरोपों में गिरफ्तार किया गया तथा पीडितों से मिलने से भी रोका गया।

इस मौके पर हीरा सिंह बिष्ट, महामंत्री संगठन मथुरादत्त जोशी, पूर्व सांसद हरपाल साथी, सतपाल ब्रहमचारी, पूर्व विधायक राजकुमार, नरेन्द्रजीत सिंह बिन्द्रा, अर्जुन कुमार, यामीन अंसारी, पीके अग्रवाल, कै. बलवीर सिंह, कमलेश रमन, सुरेन्द्र अग्रवाल, डाॅ. आरपी रतूडी, प्रभुलाल बहुगुणा, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, जिलाध्यक्ष संजय किशोर, राजेन्द्र शाह, गोदावरी थापली, याकूब सिद्धिकी|

प्रदीप तिवारी, सुरेन्द्र रांगड़, राजीव जैन, गरिमा दसौनी, राजेश चमोली, डाॅ. प्रतिमा सिंह, पूरण रावत, आशा टम्टा, मनीष नागपाल, अशोक वर्मा, अकील अहमद, राकेश नेगी, महेन्द्र नेगी, लक्ष्मी अग्रवाल, शिल्पी अरोड़ा, डाॅ. विजेन्द्र, कोमल बोरा,टीटू त्यागी, मोहन काला, संग्राम पुण्डीर, आशा मनोरमा डोबरियाल, शरीफ बेग, राजकुमार जायसवाल, राजवीर चैहान व विनोद बिष्ट आदि कांग्रेसजन उपस्थित थे।

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