नई दिल्ली बीएचबीसी न्यूज एजेंसी। बलूचिस्तान के लोगों पर पाकिस्तानी सेना का अत्याचार रह-रहकर शुरू हो जाता है। सोमवार को पाकिस्तान सेना की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि कई इलाकों में सेना के हेलिकॉप्टर रह-रहकर बमबारी कर रहे हैं जिसमें एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई।
बलोच रिपब्लिकन पार्टी के प्रवक्ता शेर मोहम्मद बुगती ने एक बयान जारी कर पाकिस्तान सेना के इस रवैये पर अफसोस जताया और दुनिया से अपील की कि निर्दोष बलूचों पर हो रहे अत्याचार को रोके। प्रवक्ता के मुताबिक चत्तर, शेरनी, होटी और नसीराबाद से लगते इलाकों में पाकिस्तानी सेना के हेलिकॉप्टर की बमबारी में एक बलूच, लालू बुगती की मौत हो गई। वहीं, पाकिस्तानी सेना ने पिछले तीन दिनों से कलात के दिलबंद और नगाही क्षेत्रों में ऑपरेशन चला रखा है और पूरे इलाके को घेर रखा है। शेर मोहम्मद का दावा है कि सेना एक स्थानीय युवक मुबारक बुगती (पुत्र, जना बुगती) को जबरन उठाकर ले गई और उसे रातभर पेड़ से उलटा लटकाकर रखा। सुबह होने पर उसे और उसके परिवार को अपने साथ ले गई। इनमें महिलाएं और बच्चे भी थे। इस बीच, सोमवार को इसी इलाके से दो लोगों के क्षत-विक्षत शव मिले, लेकिन मुबारक और उसके परिवार का कोई पता नहीं चला।
इसके साथ ही पाकिस्तानी सेना ने मांड के गोबुर्द क्षेत्र में भी बड़ा सैनिक अभियान चला रखा है। सेना यहां से भी कई बलूच नागरिकों को उठाकर ले गई है। इनमें से चंद की पहचान हुई है। ये हैं- वलीद (पुत्र नासिर), दिलावर (पुत्र हाजी करीम बख्श), अदनान (पुत्र राशिद), मुजीब (पुत्र लतीफ) और जाहिद बलोच। इन लोगों को उठाए जाने के खिलाफ इनके रिश्तेदारों ने एक अस्पताल में बनाई गई सैनिक छावनी के सामने प्रदर्शन भी किया, लेकिन नतीजा सिफर। शेर मोहम्मद ने मानवाधिकार संगठन से अपील की है कि वे बलूच आबादी पर हो रहे पाकिस्तानी सेना के इस वहशीपने को रोके।