हवाई यात्रा में अब उत्तराखंड का स्वाद भी उड़ान भरेगा : महाराज

Now the taste of Uttarakhand will also fly in air travel
विश्व खाद्य दिवस दिवस पर आयोजित व्यंजन प्रदर्शनी के दौरान मंत्री सतपाल महाराज।

Now the taste of Uttarakhand will also fly in air travel

आइएचएम के विद्यार्थियों ने तैयार किए क्षेत्रीय बाजरा से निर्मित 101 व्यंजन

देहरादून। Now the taste of Uttarakhand will also fly in air travel केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मैंने आग्रह किया है कि जो 28 फ्लाइटस् उत्तराखंड आ रही हैं उसमें उत्तराखंड के स्नैक्स और भोजन परोसे जाएं ताकि यहां के व्यंजनों को अधिक से अधिक प्रोत्साहन मिल सके। यह बात प्रदेश के पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने मंगलवार को गढ़ी कैंट स्थित होटल मैनेजमेंट संस्थान  में विश्व खाद्य दिवस दिवस के मौके पर वहां के विद्यार्थियों द्वारा क्षेत्रीय बाजरा से निर्मित 101 व्यंजनों की प्रदर्शनी के मौके पर कहीं।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के खानपान को प्रोत्साहित करने के लिए उन्होंने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से वार्ता कर उत्तराखंड आ रही 28 फ्लाइट्स में उत्तराखंड के स्नैक्स और भोजन परोसे जाने का आग्रह किया है ताकि हवाई यात्रा के दौरान उत्तराखंड का स्वाद भी उड़ान भर सके, जिसे उन्होने स्वीकार भी किया है।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि इस वर्ष विश्व खाद्य दिवस की थीम स्वस्थ कल के लिए सुरक्षित भोजन आज’ है। इसके अलावा, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय क्षेत्रीय बाजरा को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में मना रहा है।

इस अवसर को चिह्नित करने के लिए विश्व खाद्य दिवस के मौके पर आईएचएम के छात्रों और कर्मचारियों ने क्षेत्रीय बाजरा से निर्मित 101 आइटम तैयार किए हैं। जिनमें जवार से बनी रोटी, समोसा, खिचड़ी, सलाद मीठा, सलाद नमकीन, उपमा, पकोड़ा, इडली, चीला|

परांठा, मुठिया, कचौरी, डोसा, पैनकेक (नारियल, चा, गुड़ से भरा हुआ), ब्रेड, सैंडविच, कैनपे, उत्तपम, खीर हलवा, लड्डू, दिमसम, चौमियां, ढोकला, काठी रोल, टैकोस, पास्ता, भरवां शिमला मिर्च, भरवां टमाटर, डोनट और बाजरे की रोटी, लड्डू, गुलगुले, खिचड़ी, चीला, उत्तपम, बिस्कुट, सलाद (कार्रत), ढेबरा (गुजरती ब्रेड)|

हांडवो, भात के साथ-साथ मंडुआ से बनी रोटी, मफिन, ब्रेड, सैंडविच, कैनपे, गोलगप्पे, कुकीज़, रस्क, सही टुकडा, मैथी, गुलगुले, नूडल्स, समोसा, पूरी, नमकीन कप केक, मांडवा डोनट, हॉटडॉग, पेस्ट्री, स्विस रोल, काठी रोल, पापड़ी, पास्ता झंगोरे की खीर, सुशी, पुडिंग, भट्ट, इडली, कटलेट, क्रॉकेट, पकोरा के अलावा चौलाई से निर्मित्त लड्डू, हलवा, गुलाब जामुन, खीर, कटलेट, कुकीज, स्मूदी बनायें है।

श्री महाराज ने कहा कि आईएचएम के विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों द्वारा किया गया यह प्रयास बेहद सराहनीय, निश्चित रूप से इस प्रकार की प्रदर्शनी से उत्तराखंड के पारंपारिक खाद्य पदार्थों को प्रोत्साहन और पहचान मिलेगी।

इस अवसर पर होटल मैनेजमेंट संस्थान के प्रधानाचार्य जगदीप खन्ना, एचओडी मनीष सेमवाल, मनीष भारती सहित संस्थान के सभी छात्र एवं कर्मचारी मौजूद थे।

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