मनी लाॅनड्रिंगः आरबीआई का यह अधिकारी लेता था इतना परसेंट

नई दिल्ली। 500 व 1000 रूपये के नोटबंदी को एक माह से ऊपर हो गये है लेकिन बैंको के सामने लगी लोगो की लम्बी लाईने खत्म करने का नाम ही ले रहा क्योंकि इस मुख्य कारण यह है कि बैंको में नये करेंसी के नोटो की कमी है। और बैंको में नये नोट प्रयाप्त मात्रा में नही है। मगर नये करेंसी के नोटो की पूर्ति होगी कैसे जब ‘‘दूध की रखवाली बिल्ली को ही सौंप रखी हो’’ यानि की जब खुद आरबीआई का अधिकारी ही काले धन में लिप्त हो।
जी हां ऐसा ही एक मामला सामने आया है सीबीआई ने आरबीआई के एक अधिकारी सहित दो लोगो को कालेधन को सफेद करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरबीआई के सीनियर असिस्टेंट मिशेल कट्टूकरन तीस प्रतिशत कमीशन पर कालेधन को सफेद करते थे।
सीबीआई ने बताया कि इनके यहां से लाख रूपये बरामद हुए है। आरबीआई अधिकारी कट्टूकरन के साथ ही स्टेट बैंक आॅफ मैसूर के कैशियर हेड पराशिवमूर्ति भी कालेधन को सफेद करने के 12 मामले में शामिल होने का आरोप है। उन पर 1.51 करोड़ के 500 व 1000 के पूराने नोट नये करेंसी में बदलने के आरोप है।