नई दिल्ली । कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर शहीदों का अपमान करने का आरोप लगाया है। बुधवार को जैसे ही संसद की कार्रवाई शुरू हुई, कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद दोनों सदनों की कार्रवाई स्थगित कर दी गई। संसद भवन से बाहर आते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, संसद में नियम है कि जब भी किसी की मृत्यु होती है, तो हम उनका आदर करते हैं। आज पहली बार हमारे जो सैनिक शहीद हुए हैं, उनका आदर नहीं किया गया। इसलिए हमारी पार्टी और अन्य विपक्ष ने वाॅकआउट किया है। वहीं राहुल के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि स्पीकर ने बताया कि नगरोटा में काॅम्बिंग आॅपरेशन अभी चल रहा है। इस कार्रवाई के समाप्त होने के बाद शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
नोटबंदी पर हो रहे हंगामे के बाद विपक्ष नगरोटा हमले को उठा रहा है। राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला ने कहा कि अगर शहीदों के सम्मान और श्रद्धांजलि देने में सरकार को आपत्ति है, तो उन्हें एक बार पिफर से राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ना चाहिए। कांग्रेस के आरोप का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि स्पीकर पहले ही बता चुके हैं कि नगरोटा में पिफलहाल अभियान जारी है। अभियान के समाप्त होने के बाद शहीदों को श्रद्धाजलि दी जाएगी, लिहाजा कांग्रेस का आरोप गलत है।
संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा कि बहस से भाग कर जन समस्याओं की बात करना समझ से परे हैं। कांग्रेस और दूसरे दलों तो लोकतांत्रिक आदर्शों को समझना चाहिए। केंद्र सरकार पहले ही कह चुकी है कि नोटबंदी के मुद्दे पर पीएम दोनों सदनों में हस्तक्षेप करने को तैयार हैं।
नोटबंदी के मुद्दे पर जेडीयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव और वित्त मंत्री के बीच तीखी बहस हुई। अरुण जेटली ने कहा कि शरद जी पहले ये तो बताएं कि उनकी पार्टी में नोटबंदी को लेकर क्या राय है। क्या आप के विचार से जेडीयू के दूसरे नेता सहमत हैं। वित्त मंत्री के इस सवाल पर शरद यादव ने कहा कि आप मेरी पार्टी के बारे में बात करने से पहले ये देखें कि क्या इस मुद्दे पर पीएम आपके साथ हैं, सच ये है कि आपकी बात कोई मान नहीं रहा है।