इस जगह 3 महीने तक होती है होली की धूम Kumaoni holi
Kumaoni holi भारत वर्ष त्योहारों का देश है, जहां साल भर में सभी त्योहारों की धूम रहती है जैसे – दीपावली, ईद, दशहरा ,क्रिसमस। प्रत्येक धर्म के लोग साथ मिलकर इन त्यौहारों को हर्ष के साथ मनाते हैं। होली फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला त्यौहार है। इस वक्त किसानों की फसलें काटी जाती है तो इस उत्सव पर बड़े-बड़े स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं।
होली मुख्य रूप से 2 दिन ही मनाया जाता है, पहले दिन-होलिका दहन और दूसरे दिन-गुलाल का खेलना। होली के दिन सभी भेदभाव भूलकर गुलाल लगाकर, अपने सभी शिकवे भूल जाते हैं। यह तो बात हुई होली के दिन की, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारे देश के उत्तराखंड राज्य में एक ऐसी जगह है जहां 3 महीने होली मनाई जाती है?
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जी हां, हमारे कुमाऊं क्षेत्र के अल्मोड़ा क्षेत्र में लोगों का सिर्फ एक दिन होली मनाने से मन नहीं भरता है, तो यह पूरे 3 महीने होली मनाते हैं। हालांकि 3 महीने गुलाल नहीं खेला जाता, लेकिन सुरों और सरगम के रंगों से महफिल रंगीन की जाती है। इस उत्सव की शुरुआत पौष माह के पहले रविवार से ही खत्म होती है।
3 महीने के कार्यक्रम कुछ इस प्रकार हैं
बैठकी होली – इसमें शास्त्रीय संगीत में कुमाऊं का लोक संगीत गीत होता है। यह किसी मंदिर के प्रांगण में मनाई जाती है। इस बैठक में सुरों की महफ़िल जमाने के लिए हारमोनियम, तबला जैसे वाद्य यंत्र प्रयोग में लाए जाते हैं।
खड़ी होली – इसमें पूरे गांव, पूरे शहर, पूरे मोहल्ले में फेरी लगाते हुए गीत- संगीत बजाकर, होली मनाने का प्रावधान है। इसमें पूरा गाँव खुशी में झूमते नजर आता है और पूरा शहर होली के नशे में झूम उठते हैं।
महिला होली – इसमें महिलाओं का विशेष इसमें महिलाओं की विशेष भूमिका रहती है इसमें महिलावादी गीत – संगीत गाए जाते हैं। सभी महिलाएं इसमें प्रतिभाग करती हैं।
छरडी – यह कुमाऊ का शब्द है। छरड़ी राख, पानी और फूल के अर्क को मिलाकर होली खेलने के प्रयोग में लाए जाते हैं लाई जाती है।