गुर्दे हमारे शरीर में गुमनाम हीरो की तरह होते हैं जो कचरे और अतिरिक्त सामग्री हटाते हैं, जबकि यह नमक, पोटाशेयम और एसिड लेवल को भी नियंत्रित करते हैं, जिससे ब्लडप्रेशर सामान्य रहता है, शरीर में विटामिन डी की मात्रा बढ़ती है और खून के लाल कोशिकाओं भी संतुलित स्तर पर रहते हैं। लेकिन गुर्दो की बीमारियां काफी दर्दनाक और जानलेवा साबित हो सकती हैं।
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गुर्दो को होने वाले क्षति के लक्षण काफी स्पष्ट होती हैं, लेकिन लोग जबतक उन पर ध्यान देते हैं, तब तक बहुत नुकसान हो जाता है। गुर्दे के रोग कई बार हमारी अपनी बेकार आदत के कारण ही पैदा होते हैं यानी हमारे कुछ आदतें जो जाहिरा तौर पर बहुत हानिरहित और फायदेमंद लगती हैं लेकिन इस अंग के लिए विनाशकारी साबित होती हैं। नीचे उन चीजों का जिक्र किया गया है जो गुर्दों के लिए नुकसान पहुंचाती है।
प्रोटीन का बहुत अधिक उपयोग
स्वस्थ भोजन के लिए प्रोटीन बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन इसका बहुत ज्यादा उपयोग गुर्दे के लिए हानिकारक होता है। वास्तव में ज्यादा प्रोटीन गुर्दे को बहुत ज्यादा काम करने पर मजबूर कर देता है जिसका परिणाम विभिन्न रोगों का रूप ले लेता है।
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नमक
वैसे तो कहा जाता है कि बहुत ज्यादा नमक ब्लडप्रेशर बढ़ जाता है लेकिन यह गुर्दो को नुकसान पहुंचाने का कार्य भी तेज कर देता है, इसके फलस्वरूप गुर्दे में पत्थरी का खतरा बढ़ जाता है जो कि गंभीर दर्द, पेशाब में कठिनाई और उल्टी व मतली जैसी शिकायतों का कारण बनता है
तम्बाकू का सेवन
तम्बाकू का सेवन न केवल हाई ब्लडप्रेशर और मधुमेह टाइप टू जैसे बीमारी को और खराब कर देता है जो कि गुर्दे के रोगों के दो बड़े कारण भी हैं, बल्कि यह गुर्दो की तरफ खून का संचार भी धीमी कर देती है जिसके परिणाम में इस अंग की समस्याएं अधिक गंभीर हो जाती है।
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साॅफ्ट ड्रींक
यदि आप रोज दो या अधिक साॅफ्ट ड्रींक का उपयोग करते हैं, तो गुर्दो की बीमारी पर आश्चर्य न करें। एक शोध के अनुसार साॅफ्ट ड्रींक गुर्दो को अधिक नुकसान पहुंचाते हैं लेकिन मीठा शीतल पेय भी गुर्दे पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
पानी की कमी
गुर्दो ठीक तरह से काम करने के लिए पानी की जरूरत होती है, अगर शरीर में पानी की कमी हो जाये और ऐसा अक्सर होने लगे तो इससे गुर्दे को नुकसान पहुंचता है, यदि आपके मूत्र का रंग पीला हो तो इसका मतलब है शरीर में पानी की मात्रा कम हो रही है
दर्द निवारक दवाएं
बड़ी मात्रा में दर्द निवारक दवा जैसे एस्पिरिन या बरोफिन आदि का उपयोग भी गुर्दो को नुकसान पहुंचाता है, इसलिए इन दवाओं का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह से करना चाहिए।
बहुत ज्यादा व्यायाम
बहुत सख्त और अधिक देर तक व्यायाम करना भी मसल्स को नुकसान पहुंचाता है और ऊतकों को तोड़ता है कि खून के रास्ते गुर्दे में पहुंचकर उन्हें नुकसान पहूंचाने का कारण बनता हैं।
सीने में जलन की दवाएं
सीने में जलन पर काबू पाने के लिए इस्तेमाल होने वाली दवा पेट में मौजूद अम्लता कम करती हैं और अगर उनका लंबे समय तक इस्तेमाल किया जाए तो इससे गुर्दे में सूजन पैदा होने लगता है।