करियर की शुरुआत में ही अलविदा कह गई मां Jhanvi kapoor remember sridevi
हिना आज़मी
Jhanvi kapoor remember sridevi मां-बाप चाहे खुद कितने भी कामयाब क्यों न हो, अपनी औलाद को ऊंचाई पर देखने की तमन्ना सभी की होती है, चाहे आम इंसान हो या बड़ी हस्ती। कितने ही उदाहरण हमें बॉलीवुड में ऐसे दिख जाते हैं, जिन्होंने खुद तो बहुत हिट फिल्में दी, लेकिन उनके बच्चों ने कुछ खास काम नहीं किया। बहुत अभिनेता और अभिनेत्रियों ने अपने समय में जितना नाम कमाया, उनके बच्चों ने कुछ खास काम नहीं किया। इनमें अमिताभ, जितेंद्र, विनोद खन्ना जैसे एक्टर रहे। बात कुछ भी हो, हर मां-बाप अपने बच्चों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
इसी तरह श्रीदेवी का भी सपना था कि उनकी बेटियां भी उनकी तरह हिट हो। बड़े अफसोस की बात है कि श्रीदेवी की इच्छा मन में ही दफन रह गई, हालांकि जानवी कपूर अपनी पहली फिल्म की शूटिंग कर रही है, इसी दौरान उनकी मां उन्हें छोड़ गई। जानवी धर्मा प्रोडक्शन में बन रही फिल्म “धड़क” से डेब्यू कर रही हैं, जिसमें उनके साथ शाहिद कपूर के भाई ईशान खट्टर नजर आएंगे। करियर की शुरुआत में ऐसा झटका सहने लायक कोई नही हो सकता है।
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जानवी अपनी माँ का सपना पूरा करना चाहती है (Jhanvi kapoor remember sridevi)
जानवी को हमेशा आगे बढ़ाने की कोशिश में श्रीदेवी उनसे हमेशा कहती थी कि जिंदगी में बहुत चैलेंज आते हैं, आपको इनका सामना करना पड़ेगा, इसके लिए आपको मेहनत करनी होगी। जान्ह्वी अपनी मां की लाडली थी, उनके नक्शे कदम पर चलती थी। जानवी उनका सपना पूरा करने के लिए बहुत मेहनत कर रही थी, लेकिन शायद ईश्वर को यह मंजूर नहीं था, इसलिए उनकी मां उनके कामयाब होने से पहले ही चली गई। ऐसा ही हाल संजय दत्त और जान्ह्वी के सौतेले भाई अर्जुन कपूर का भी हुआ था। उनके करियर की शुरुआत से पहले ही उनकी मां चल बसी थी।
नरगिस भी अपने बेटे संजय दत्त को कामयाब देखना चाहती थी (Sanjay dutt and Nargis)
संजय दत्त की मां नरगिस अपने जमाने की सबसे मशहूर अभिनेत्री रही है। बेटे को कामयाब देखना चाहती थी। संजय ने लीड हीरो के तौर पर सन 1982 में फिल्म रॉकी में काम किया था। इस फिल्म को नरगिस के लिए जल्दी-जल्दी कंप्लीट कराया गया , लेकिन रिलीज होने के कुछ दिन पहले संजय दत्त की माँ उन्हें अलविदा कह गयी। फिल्म रिलीज हुई, सबने संजय की तारीफ की, लेकिन संजय खुश नहीं थे।
अर्जुन कपूर की मां भी उनकी पहली फिल्म रिलीज होने से पहले ही भगवान को प्यारी हो गई
वह अपनी मां को याद कर रो रहे थे। अर्जुन कपूर की मां मीरा कपूर भी उनकी पहली फिल्म “इशकजादे” के रिलीज होने से पहले ही भगवान को प्यारी हो गई। मां का सपना पूरा करने के लिए इन बच्चों ने इतनी कोशिश की, फिर भी इसके बावजूद भी अगर मां की इनकी पहली फिल्में नहीं देख पाई , तो बाद में चाहे कितने भी सफलता मिले, उनके लिए इतनी कीमती नहीं होती, क्योंकि इनके दिल में अपनी मां की याद हमेशा रहेगी कि वह उन्हें कामयाब होता देखना चाहती थी।