अन्तराष्ट्रीय सहकारिता दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन

कार्यक्रम में संबोधित करते सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत।

अल्मोड़ा। सहकारिता समितियाॅ जो हानि पर चली रही है उन्हें गोद लिया जायेगा यह बात सहकारिता मंत्री डा0 धन सिंह रावत ने आज एस0एस0जे0 परिसर में आयोजित एक समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने निर्देश दिये कि प्रत्येक जनपद के सहकारिता से जुड़े अधिकारी एक-एक हानि की समितियों को गोद लेंगे तथा व्यवसाय वृद्वि के लिए स्वयं प्रयास करंगे और इसकी त्रैमासिक समीक्षा की जायेगी। डा0 रावत ने बताया कि अन्तराष्ट्रीय सहकारिता दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे।

इस बार इसका विषय ‘‘सबका साथ‘‘ है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विकासखण्ड में एक-एक साधन समिति को माडल समिति के रूप में विकसित किया जायेगा। बाद में सबसे अच्छी सहकारिता समितियों को प्रोत्साहित किया जायेगा। पलायन को रोकने के लिए हमें सहकारी समिति को मजबूत करना होगा और सामूहिक खेती के लिए लोगो को पे्ररित करना होगा। प्रदेश में दुग्ध व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए इस व्यवसाय से जुड़े लोगो को डीप फ्रीजर देने की व्यवस्था की जा रही है सााि ही ग्रामीणों को लेन-देन में किसी प्रकार की असुविधा न हो सहकारिता एवं दुग्ध विकास ने एक ए0टी0एम0 सचल वाहन चलाने का निणर्य लिया है।

सहकारी संस्थाओं की समीक्षा टोल फ्री नम्बर से की जायेगी। उन्होंने कहा कि सहकारी संस्थाओं में लाभ-हानि की स्थिति तथा व्यवसाय वृद्वि के लिए किये गये प्रयासों के बाद वृहद समीक्षा समय-समय पर की जायेगी। सहकारी समितियों में ऋण वितरण व्यवस्था की स्थिति और कम ऋण वितरण के क्या कारण है इस पर भी समीक्षा की गयी तथा इसके लिए क्या प्रयास किये जा रहे है उस पर भी चर्चा हुई। सहकारिता मंत्री ने कहाकि सहकारी समितियों को बहुउदेदशीय सहकारी संस्थायें स्वालम्बी बन सके और उसका उपयोग बहुउददेशीय बनाकर स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराये जाने के प्रयास किये जाय। आर्थिक रूप से कमजोर समितियों को चिन्हित कर मजबूत समितियों के साथ संयुक्त सहकारी घटक के तहत व्यवसाय वृद्वि की कार्य योजना बनाने पर बल दिया जा रहा है।

डा0 रावत ने बताया कि 01 जुलाई से 07 जुलाई तक अन्र्तराष्ट्रीय सहकारी की भावना को पहुॅचाने के लिए 01 जुलाई से 07 जुलाई तक प्रदेश के सभी सहकारी संस्थाओं के विशेष सामान्य निकायों की बैठक सहकारी सम्मेलन आयोजित किये जायेंगे। इस दौरान ए0जी0एम0 व सामान्य बैठक भी आयोजित की जायेंगी। सहकारी संस्थाओं के उत्थान हेतु कार्य योजना, सदस्यता वृद्वि के प्रयास,व्यवसाय वृद्वि के प्रयास हेतु परिचर्चा तथा कार्य योजना तैयार की जायेगी। उन्होंने निर्देश दिये कि प्रत्येक अधिकारीध्कर्मचारी द्वारा तीन-तीन समितियों  का निरीक्षण किया जायेगा और इस दौरान जो भी गोष्ठियाॅ आयोजित की जायेंगी उसमें सम्बन्धित क्षेत्र के निर्वाचित प्रतिनिधि सहित उपजिलाधिकारी को अवश्य आमंत्रित किया जाय।

उन्होंने स्पष्ट किया कि 30 जून तक वृहद स्तर पर ऋण वसूली की जायेगी ताकि बैंकों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके। जो सहकारी समितियाॅ घाटे पर चल रही है यदि वहाॅ पर कोई समिति बाबा रामदेव के उत्पादों को बेचना चाहती है तो उसका प्रस्ताव वे अपने सहकारी निबन्धक कार्यालय में दें। सहकारिता विभाग के कार्यों में गति लाने के लिए पाॅच साल से अधिक एक स्थान पर कार्य करने वाले कर्मचारियों एवं अधिकारियों स्थानान्तरित करने की भी योजना सहकारिता विभाग की है। इस अवसर पर विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान ने भी सहकारिता के लिए कार्य करने की अपील सभी लोगो से की और कहा कि सहकारिता हमारे ग्रामीण क्षेत्र से हो रहे पलायन को रोकने के साथ-साथ लोगो को स्वरोजगार की ओर आगे बढ़ाने का काम भी करती है इसलिए इस ओर हमें ध्यान देना होगा।

जनपद अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर, चम्पावत के सहायक निबन्धक, समितियों के सचिव, सुपरवाईजर सहित सहायक विकास अधिकारी सहकारिता, ए0डी0सी0, बैंक सचिवों ने इस समीक्षा बैठक में भाग लेकर अपने-अपने सुझाव व समस्याओं को मा0 मंत्री के सम्मुख रखा। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी विवेक राय, उप निबन्धक नीरज बेलवाल, उप निबन्धक मंगला प्रसाद त्रिपाठी, मुख्य वित्त अधिकारी मोहन लाल टम्टा, सहायक निबन्धक अल्मोड़ा चन्द्र सिंह पांगती, पिथौरागढ़ एम0एस0 मर्तोलिया, चम्पावत मान सिंह, बागेश्वर देवेन्द्र जोशी, भाजपा के जिलाध्यक्ष ललित लटवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष रमेश बहुगुणा, पूर्व दुग्ध संघ अध्यक्ष गिरीश खोलिया, मीडिया प्रभारी धमेन्द्र बिष्ट सहित अनेक गणमान्य लोग व अधिकारी उपस्थित थे।