चमोली । जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की बैठक जिलाधिकारी अशीष जोशी की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में संपन्न हुई। बैठक में इन्सीडेन्ट रिसपोंन्स सिस्टम से जुड़े अधिकारियों को आपदा की स्थिति में पूरी जिम्मेदारी के साथ अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करने तथा विभागीय संशाधनों को जिले के अलग-अलग स्थानों पर रखने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी ने कहा कि राहत एवं बचाव कार्यो हेतु विकासखण्ड स्तर पर बीडीओ की अध्यक्षता में टीमें गठित की गयी है जो आपदा घटित होने पर तत्तकाल स्पाॅट पर पहुॅचते हुए रेस्कयू करेगी।
उन्होंने जिला स्तरीय आईआरएस की भांति, तहसील स्तरों पर भी इन्सीडेन्ट रिसपोन्स सिस्टम के तहत नोडल अधिकारी नामित करते हुए आईआरएस के तहत कार्य करने के निर्देश उप जिलाधिकारी को दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि आपदा की स्थिति में सभी विभाग अपने रिसपोन्स टाईम को कम से कम करने की कोशिश करें तथा समय से घटना स्थलों पर रेस्क्यू आॅपरेशन को अजांम देना सुनिश्चित करें। उन्होंने आईआरएस से जुड़े अधिकारियों के मोबाईल नम्बर सभी को उपलब्ध कराने के निर्देश आपदा प्रबन्धन अधिकारी को दिये। उन्होंने विभागवार उपलब्ध संशाधनों की समीक्षा करते हुए एनएच, लोनिवि तथा बीआरओ को चिन्हित सभी संवेदनशील स्थलों पर जेसीबी मशीन, मैन पावर, डम्पर आदि व्यवस्थायें सुनिश्चित करने को कहा।
बरसात से पूर्व सड़क किनारे की नालियों की साफ-साफई के साथ ही अधीनस्थ ठेकेदारों के मोबाईल नम्बर का डाटाबेस उपलब्ध रखने के निर्देश दिये। भूस्खलन वाले स्थलों के आस-पास संपर्क करने हेतु साइन बोर्ड लगाने कहा ताकि मार्ग अवरूद्व होने पर कोई भी व्यक्ति तत्काल सूचना दे सके। जिले के सभी 73 हैलीपैडों की सत्यापन रिपोर्ट तीन दिन के भीतर उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये। लोनिवि तथा वन विभाग को सभी वैकल्पिक मार्गो को भी चालू स्थिति में रखने को कहा ताकि सड़क बन्द होने पर वैकल्पिक मार्गो से आवगमन सुगम हो सके। नगर पालिका एवं नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों को भी मशीनरी संशाधनों की सूची आपदा प्रबन्धन कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। पुलिस विभाग को सभी थानों में आपदा से संबधित टूल किट रखने तथा पर्याप्त संख्या में एसडीआरएफ, होमगार्ड एवं पुलिस बल तैनात रखने को कहा।
प्रत्येक ग्राम पंचायतों में भी आपदा किट रखने हेतु आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश डीपीआरओ को दिये। पेयजल आपूर्ति हेतु टैंकरों की साफ-सफाई, हैडपम्पों को ठीक करने तथा पेयजल लाईनों की लिकेंज को शीघ्र बन्द करने के निर्देश जल संस्थान को दिये। स्वास्थ्य विभाग को जिले के आर्मी, आईटीबीपी, जेपी, टीएचडीसी तथा अन्य प्राइवेट चिकित्सकों व हाॅस्पिटलों की सूची उपलब्ध रखने को कहा। ताकि आपदा के दौरान संबधितों की सेवा ली जा सके। इसके साथ ही आयुर्वेदिक एवं यूनानी डाक्टरों से भी समन्वय रखने को कहा। सभी ब्लाकों में एम्बुलेंस एवं 108 वाहनों सेवा को तैनात रखने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिये। जिला पूर्ति अधिकारी को पर्याप्त मात्रा में डीजल, पेट्रोल एवं खाद्यान भण्डारण रखने के निर्देश दिये। आपदा की स्थिति में विद्युत व्यवस्था को सुचारू रखने के निर्देश विद्युत एवं उरेडा विभाग को दिये।
संचार सुविधाओं को दुरस्त करने हेतु जिलाधिकारी ने सभी ब्लाइंड स्पाॅट की सूची तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश बीएसएनएल को दिये तथा जोशीमठ एवं बद्रीनाथ में बीएसएनएल नेटवर्क को सही करने को कहा। बैठक विभागीय अधिकारियों ने विभागों में उपलब्ध संशाधनों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी नन्द किशोर जोशी ने पाॅवर पाॅइन्ट प्रजेन्टेशन के माध्यम से इन्सीडेन्ट रिस्पोन्स सिस्सटम के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए संबधित अधिकारियों के दायित्वों के बारे में बताया। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्षा मुन्नी देवी शाह, सीडीओ विनोद गोस्वामी, डीएफओ एनएन पाण्डेय, एसडीएम स्मृता परमार, केएन गोस्वामी, सीएस डोभाल, योगेन्द्र सिंह, सीटीओ वीरेन्द्र कुमार सहित बीआरओ, आईटीबीपी, पुलिस, तहसीलदार, खण्ड विकास अधिकारी एवं जिलास्तरीय अधिकारी मौजूद थे।